कोलकाता: भारतीय कप्तान विराट कोहली को गुलाबी गेंद 'हॉकी की भारी गेंद' जैसी लगती है और उनका मानना है कि इसके वजन, कठोरता और रंग के कारण फील्डिंग करना चुनौतीपूर्ण होगा. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ ऐतिहासिक दिन-रात टेस्ट से पहले ये बात कही.


उन्होंने कहा,"मैं फील्डिंग सत्र में हैरान रह गया. स्लिप में गेंद इतनी जोर से लगी जैसे हॉकी की भारी गेंद हो. वैसी सिंथेटिक गेंदों की तरह जिनसे हम बचपन में खेलते थे."


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उन्होंने कहा," ऐसा इसलिये है क्योंकि गेंद में अतिरिक्त चमक है. यह अधिक कठोर है. यही वजह है कि भारी लगती है. थ्रो में भी अधिक मेहनत करनी होती है.'


कोहली ने कहा,दिन के समय ऊंचे कैच लपकना मुश्किल होगा. लाल या सफेद गेंद से पता चल जाता है कि गेंद आप तक कब पहुंचेगी लेकिन गुलाबी गेंद में यह पकड़ पाना मुश्किल है."


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उन्होंने कहा," फील्डिंग सत्र काफी चुनौतीपूर्ण रहे. लोग हैरान रह जायेंगे कि गुलाबी गेंद कितनी चुनौतीपूर्ण होती है."


ढलते सूरज की रोशनी में गुलाबी गेंद को खेलना सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा है. कोहली ने कहा,"विजिबिलिटी कम होने और रंग को पकड़ने में परेशानी होने से चुनौती और कठिन हो जायेगी. हमने कल अभ्यास किया तो भी ऐसा महसूस हुआ."


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