भारतीय टीम के मैनेजर सुनील सुब्रामण्यम 2018 में ऑस्ट्रेलिया में अपने खराब व्यवहार के बाद बेशक बच गए हों, लेकिन वेस्टइंडीज में अपने व्यवहार के दोहराव के कारण अब वह संकट में हैं. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने दो उच्चायोग को कहा था कि कैरिबियां में जिस विज्ञापन को फिल्माना है उसके लिए वह टीम के मैनेजर सुब्रामण्यम से संपर्क करें, लेकिन जब त्रिनिदाद और टोबागो में मौजूद भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने सुब्रामण्यम से संपर्क किया तो उन्होंने अधिकारियों को तवज्जो नहीं दी.
बीसीसीआई के एक कार्यकारी ने कहा कि पहले इस तरह की हरकतों को नजरअंदाज किया गया. इसी कारण यह स्थिति बनी है. उन्होंने कहा कि अगर बात उच्चायोग की नहीं होती और सीओए के मुखिया विनोद राय पर आंच नहीं आती तो इस बार भी इस घटना को नजरअंदाज किया जाता.
उन्होंने कहा, "पहले इस तरह की हरकतें हुई थीं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया गया. इसी कारण उनका हौसला बढ़ा है. अब क्योंकि राय तक बात आ गई है तो कार्रवाई की जा सकती है." विश्व कप के दौरान भी बोर्ड के अधिकारी उनके व्यवहार से खुश नहीं थे.
अधिकारी ने कहा, "जिस किसी ने भी मैनेजर से बात की वह मैनेजर के व्यवहार से बेहद निराश हुआ. अपने दोस्तों के लिए टिकट और पास इकट्ठे करना उनकी प्राथमिकता है और अपने पद की जिम्मेदारी निभाना उसके बाद आता है."
साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया में किया था खराब व्यवहार, विंडीज में एक बार फिर संकट में आए भारतीय टीम के मैनेजर
Agencies
Updated at:
13 Aug 2019 10:50 PM (IST)
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने दो उच्चायोग को कहा था कि कैरिबिया में जिस विज्ञापन को फिल्माना है उसके लिए वह टीम के मैनेजर सुब्रामण्यम से संपर्क करें. पहले इस तरह की हरकतें हुई थीं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया गया. इसी कारण उनका हौसला बढ़ा है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -