T20 World Cup 2024: टीम इंडिया ने इन 5 सवालों का जवाब जल्द नहीं ढूंढा तो, टी20 वर्ल्ड कप जीतना भी होगा मुश्किल
Team India: भारतीय क्रिकेट टीम को अगर टी20 वर्ल्ड कप में जीत हासिल करनी है, तो उन्हें जल्द से जल्द इन 5 सवालों के जवाब ढूंढने होंगे, वरना उन्हें एक और आईसीसी टूर्नामेंट गंवाना पड़ सकता है.
Indian Cricket Team: भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन उसके बाद भी फाइनल मैच में हार का सामना पड़ा, और वर्ल्ड कप की ट्रॉफी भी गंवानी पड़ी. अब भारत को टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी कर रही है, और उनका पहला पड़ाव ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 5 मैचों की घरेलू टी20 सीरीज में चल रहा है. इस सीरीज में भारत ने पहले दो मैचों में जीत हासिल की है, और तीसरा मैच आज गुवाहाटी में खेला जाएगा.
इस मैच के साथ टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप से पहले सिर्फ 9 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेलने हैं, लेकिन अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम को टी20 फॉर्मेट के कई सवालों का जवाब नहीं मिला है, लेकिन उन्हें जल्द से जल्द इन 5 महत्वपूर्ण सवालों के जवाब ढूंढने होंगे, वरना एक और आईसीसी टूर्नामेंट से हाथ धोना पड़ सकता है. आइए हम आपको इन 5 सवालों का महत्व समझाते हैं.
पहला सवाल - टीम इंडिया का कप्तान कौन होगा?
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने पिछले एक-दो सालों में टी20 फॉर्मेट में इतने सारे कप्तानों का इस्तेमाल किया है कि अभी तक यह कंफर्म नहीं हो पाया है कि टी20 वर्ल्ड कप में कप्तानी कौन करेगा? पिछली कुछ टी20 सीरीज से रोहित शर्मा को आराम का बहाना देकर हार्दिक पांड्या को कप्तानी सौंपी गई थी, और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज़ में हार्दिक के चोटिल होने पर सूर्यकुमार यादव कप्तानी कर रहे हैं. हालांकि, इस वक्त रोहित को वाकई में आराम की जरूरत भी थी, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली अगली टी20 सीरीज में भी अगर हार्दिक ही कप्तानी करेंगे, तो यह लगभग निश्चित हो जाएगा कि टी20 वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा कप्तानी नहीं करेंगे. ऐसे में क्या टीम इंडिया का यह फैसला सही साबित होगा या नहीं, इसका पता तो टी20 वर्ल्ड कप के खत्म होने के बाद ही चलेगा.
दूसरा सवाल - रोहित शर्मा और विराट कोहली खेलेंगे या नहीं?
पिछली कुछ टी20 सीरीज से रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम का बहाना बताकर खेलने का मौका नहीं दिया जा रहा है. हालांकि, अभी तक इस बात की जानकारी नहीं है कि रोहित, विराट खुद टी20 फॉर्मेट खेलना नहीं चाहते, या वाकई में उन्हें आराम की जरूरत है, या इंडियन टीम मैनेजमेंट अब उन्हें टी20 फॉर्मेट में रखना नहीं चाहते? पिछले टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया रोहित की कप्तानी में खेली थी, और सेमीफाइनल तक भी पहुंची थी. विराट कोहली ने भी उस वर्ल्ड कप में खूब रन बनाए थे, और कई मैच विनिंग पारियां खेली थी. हाल ही में खत्म हुए वनडे वर्ल्ड कप में भी इन्हीं दोनों बल्लेबाजों ने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. लिहाजा, निश्चित तौर पर टी20 वर्ल्ड कप में रोहित और विराट का रहना टीम इंडिया के लिए दो मजबूत पिलर की तरह होगा, लेकिन अगर उन्हें खेलना है, तो अगली दो टी20 सीरीज़ में उनका नाम रहना भी जरूरी होगा.
तीसरा सवाल - क्या सिर्फ युवाओं की टीम वर्ल्ड कप खेलने जाएगी?
पिछली कुछ टी20 सीरीज और मौजूदा ऑस्ट्रेलिया की टी20 सीरीज में भी भारतीय चयनकर्ताओं ने सिर्फ युवाओं पर भरोसा जताया है. ओपनिंग की बात हो, या मध्यक्रम की, या गेंदबाजी क्रम की, हर चीज की जिम्मेदारी युवा खिलाड़ियों को सौंपी गई है, और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन करके भी दिखाया है, लेकिन क्या वेस्टइंडीज और यूएसए में होने वाले वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को अनुभव की जरूरत नहीं पड़ेगा? क्या इतनी ज्यादा युवा टीम के भरोसे ही टीम इंडिया वर्ल्ड कप खेलने जाएगी? और अगर इस टीम में अनुभव को मिक्स करना है, तो अनुभवी खिलाड़ियों को टी20 मैच खेलने का मौका कब मिलेगा?
चौथा सवाल - गेंदबाजी क्रम की जिम्मेदारी किन्हें सौंपी जाएगी?
पिछली कुछ टी20 सीरीज में ऐसा देखा जा रहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम की गेंदबाजी अर्शदीप सिंह, मुकेश कुमार, प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान जैसे युवा गेंदबाज संभाल रहे हैं. ऐसे में क्या इन्हीं गेंदबाजों को टी20 वर्ल्ड कप में भेजा जाएगा, या वनडे वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले और अनुभवी मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को टीम में शामिल किया जाएगा? क्या गेंदबाजी में भी युवाओं और अनुभवों का मिश्रण लाया जाएगा, और अगर ऐसा होगा तो शमी, बुमराह और सिराज को भी गेम टाइम की जरूरत होगी, वो उन्हें कब मिलेगा?
पांचवा सवाल - क्या चयनकर्ता आईपीएल का इंतजार करेंगे?
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप शुरू होने से ठीक पहले आईपीएल 2024 खत्म होगा. ऐसे में इतना तो निश्चित है कि वर्ल्ड कप के लिहाज से आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर भारतीय चयनकर्ताओं की नज़र जरूर होगी, लेकिन आईपीएल के बाद टीम इंडिया के पास एक भी अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच बचा नहीं होगा, तो क्या चयनकर्ताओं के लिए आईपीएल के भरोसे वाली रणनीति सही होगी? ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि भारत और वेस्टइंडीज की पिचों में काफी फर्क होता है, इसलिए यह जरूरी नहीं होगा कि आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी कैरिबियन पिचों पर भी अच्छा करेंगे. इसके अलावा आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय मैचों के अनुभव में भी काफी अंतर होता है.