IND Vs NZ: न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में टीम इंडिया को 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. दूसरे वनडे में टीम इंडिया के सामने अब सीरीज बचाने की चुनौती है. हालांकि टीम इंडिया के फील्डिंग कोच ने दूसरे मैच से पहले जो बयान दिया है उससे फैंस की चिंता बढ़ सकती है. भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच आर. श्रीधर ने माना है कि अभी टीम फील्डिंग के तय मानकों पर खरी नहीं उतर रही है.

श्रीधर के मुताबकि हाल के महीनों में भारतीय टीम की फील्डिंग औसत रही है. न्यूजीलैंड के साथ दूसरे मैच से पहले श्रीधर ने कहा, "वेस्टइंडीज के साथ घर में खेली गई सीरीज में हमारी फील्डिंग का स्तर गिरा था. हम औसत रहे हैं और अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे हैं. हमने विश्व कप में अच्छी फील्डिंग की थी लेकिन अब उस स्तर से दूर निकल चुके हैं."

भारत को हेमिल्टन में 348 रनों के स्कोर के बावजूद हार मिली थी और इसका मुख्य कारण खराब फील्डिंग रही थी. श्रीधर ने माना कि अगर भारत को सीरीज में वापसी करनी है तो खिलाड़ियों को अपनी फील्डिंग का स्तर सुधारना होगा. श्रीधर के मुताबिक खिलाड़ियों को कप्तान विराट कोहली की ओर देखना होगा, जो फील्डिंग के मामले में नए मानक स्थापित कर रहे हैं.

स्लिप से लेकर ओवरथ्रो तक भारत ने हर जगह खराब फील्डिंग की है. हेमिल्टन में रॉस टेलर का कैच स्लिप में गिरा था और वह नाबाद शतक के साथ अपनी टीम को मैच जिता ले गए थे. श्रीधर ने हालांकि खराब फील्डिंग के लिए टाइट शेड्यूल को जिम्मेदार मानने से इंकार कर दिया. श्रीधर ने कहा, "यह करेंट शेड्यूल का नेचर है. हमें इसे स्वीकार करना होगा. हमें हर हाल में मैदान पर अपना 100 फीसदी देना होगा. हां, शेड्यूल टाइट है लेकिन यह मैं शिकायत के लहजे से नहीं कह रहा हूं. इसे बहाने के तौर पर भी नहीं लिया जा सकता. हमें अच्छा करने की जरूरत है."

बता दें कि ट्वेंटी-ट्वेंटी सीरीज को 5-0 से नाम करने के बाद पहले वनडे में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन भी बेहद औसत रहा. टीम इंडिया के गेंदबाज 347 रन का बड़ा लक्ष्य बचाने में कामयाब नहीं हो पाए.