नई दिल्ली/केपटाउन: हाशिम आमला के बाद एक और भारतीय मूल के क्रिकेटर दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए क्रिकेट के मैदान पर झंडे गाड़ रहे हैं. अब उनकी बात करना इसलिए भी खास हो जाता है क्योंकि भारत के साथ शुक्रवार से शुरू होने वाली सीरीज़ के लिए वो मेज़बान टीम के प्रमुख स्पिनर भी हैं.
जी हां, आपने सही पहचाना हम बात कर रहे हैं साउथ अफ्रीका के एकमात्र बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज की. केशव मूल रूप से भारत के रहने वाले हैं और उनका दादा-परदादा भारत से काम की तलाश में दक्षिण अफ्रीका आ बसे थे. जिसके बाद से वो वहीं के हो गए.
लेकिन साल 1992-93 में जब दक्षिण अफ्रीका पर से प्रतिबंध हटा और भारतीय टीम ने वहां का दौरा किया तो केशव महाराज टीम इंडिया के क्रिकेटर किरण मोरे से मिले. केशव उनसे मिले ही नहीं बल्कि उनके साथ तस्वीर भी क्लिक करवाई. उस दौरान केशव महज़ 2 साल के थे. उस तस्वीर में केशव, किरण मोरे के आगे खड़े हैं. जिसमें मोरे अपने कंधे पर नीला ब्लेजर लटकाए हुए छोटे केशव के कंधे पर हाथ रखा हुआ है.
एक वेबसाइट के मुताबिक किरण मोरे ने 1992 में ही केशव के क्रिकेटर बनने की भविष्यवाणी कर दी थी. केशव के पिता आत्मानंद आज उस दिन का याद करते हैं जब किरण मोरे उनके घर आए थे. केशव के पिता ने बताया कि 'उन्हें याद है किरण ने केशव की हथेली पकड़ उसे देखते हुए कहा था कि वह भविष्य में क्रिकेट खेलेगा. उसके बाद हमने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज किरण के शब्द सच हो गए.’
एक समय पर केशव के पिता भी क्रिकेटर थे. लेकिन वो कभी भी नेशनल टीम में जगह नहीं बना सके. लेकिन अब टीम इंडिया के साथ कल से शुरू होने जा रही कड़ी टक्कर में केशव रोल बहुत अहम रहने वाला है.
केशव ने साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू किया. तबसे उन्होंने अपने देश के लिए दमदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने खेले कुल 14 टेस्ट मुकाबलों में 25 के बेहतरीन औसत से 56 विकेट चटकाए हैं. साल 2017 में तो केशव 48 विकेटों के साथ साउथ अफ्रीका के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज़ भी रहे.
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज़ का आगाज़ कल से केपटाउन में होना है.