नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट में तेज गेंदबाजों ने 19 विकेट हासिल किए. पिछले कुछ सालों से ही भारतीय तेज गेंदबाज अपने बेहतरीन प्रदर्शन से चर्चा में बने हुए हैं. भारत के मौजूदा आक्रमण को देखकर सभी ने माना है कि भारत के पास इस समय के सबसे खतरनाक और काबिल तेज गेंदबाज हैं. यह बात आंकड़ों से भी साबित होती है. 2019 में भारतीय गेंदबाजों का टेस्ट औसत महज 15.16 रहा है, जो प्रदर्शन के लिहाज से अभी तक के क्रिकेट इतिहास में एक कैलेंडर साल में 50 से अधिक विकेट लेने वाले बॉलिंग अटैक का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.


यही नहीं, यह इस साल किसी भी तेज गेंदबाजी आक्रमण का सबसे अच्छा औसत भी है. आस्ट्रेलिया 22.49 के साथ दूसरे स्थान पर है. साथ ही यह पिछले 67 साल में किसी एक कैलेंडर साल में किसी टीम के बॉलिंग अटैक का यह सबसे अच्छा सामूहिक गेंदबाजी औसत है.

सभी गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन

वहीं, भारतीय आक्रमण का इस साल का स्ट्राइक रेट 31.06 है, जो टेस्ट इतिहास में किसी टीम के फास्ट बॉलिंग अटैक का सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट है. इस मामले में आस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है. आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का इस साल 46.6 स्ट्राइक रेट रहा है. इस दौरान इन भारतीय गेंदबाजों ने कुल 116 विकेट लिए हैं.

बुमराह, ईशांत, उमेश, शमी, भुवनेश्वर के निजी प्रदर्शन की बात करें तो ईशांत ने इस साल कुल छह टेस्ट मैच खेले हैं. इन छह मैचों में लंबी कद काठी के इस गेंदबाज ने 34 विकेट अपने नाम किए हैं. इस दौरान उनका औसत 15.56 और स्ट्राइक रेट 32.5 रहा.

वहीं, उमेश ने इस साल चार टेस्ट मैच खेले और 14 विकेट अपने नाम किए. उमेश इस साल टेस्ट टीम से बाहर ही चल रहे थे लेकिन भुवनेश्वर कुमार की चोट ने उन्हें दक्षिण अफ्रीका सीरीज में वापसी कराई. उमेश का इस साल का औसत 13.65 रहा है जबकि स्ट्राइक रेट 23.1 है.

अपनी स्विंग के दम पर बल्लेबाजों को नचाने वाले शमी भी पीछे नहीं हैं. इस साल पश्चिम बंगाल के इस गेंदबाज ने आठ टेस्ट मैच खेले हैं और 49 विकेट अपने नाम किए हैं. इस दौरान शमी का औसत 16.66 और स्ट्राइक रेट 23.1 रहा. शमी के प्रदर्शन में खास बात यह रही कि वह दूसरी पारी में भारत के लिए बेहद किफायती रहे हैं.

चोट के कारण दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश सीरीज से बाहर रहने वाले बुमराह ने इस साल सिर्फ तीन टेस्ट मैच खेले हैं और इन मैचों में दाएं हाथ के इस गेंदबाज ने 19 विकेट अपने नाम किए हैं. बुमराह का औसत अपने साथियों से कम रहा है. बुमराह का इस साल औसत 13.14 रहा है जबकि स्ट्राइक रेट 30.09 रहा.

पिछले साल भी किया कमाल

यह आकंड़े बताते हैं कि स्पिन के दबदबे वाली भारतीय टीम के पास अब ऐसे तेज गेंदबाज भी हैं जो हर जगह विकेट निकाल सकते हैं. 2018 में भारत ने अपने लगभग सभी टेस्ट विदेशी जमीन पर खेले थे. भारतीय गेंदबाजों ने इन कुल 11 टेस्ट मैचों में 158 विकेट अपने नाम किए थे. यह एक साल में किसी भी फास्ट बॉलिंग अटैक का विकेटों के लिहाज से दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था.

एक साल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला फास्ट बॉलिंग अटैक विंडीज का ही रहा जिसमें गार्नर, क्रॉफ्ट, होल्डिंग. मार्शल, रोबटर्स और सिलवेस्टर क्लार्क जैसे गेंदबाज थे. इस आक्रमण ने 1980 में कुल 189 विकेट लिए थे.