इंडियन प्रीमियर लीग के नए सीजन में दो बड़े बदलाव हो सकते हैं. 10 साल के पहले चरण के बाद अब आईपीएल नए सीजन की तैयारी में है और नए सीजन से पहले बहुत कुछ बदलने वाला है एक तरफ जहां सभी खिलाड़ी ऑक्शन के लिए जाएंगे (रिटेन पॉलिसी पर अभी सहमति नहीं) वहीं दूसरी तरफ पहले 10 साल तक क्रिकेट के इस महा मनोरंजन को सोनी के चैनलों पर देखते थे अब वो स्टार इंडिया पर दिखाया जाएगा.


बदलेगा समय


आईपीएल 11 में जिस पहले बदलाव की बात की जा रही है उसका निर्धारण ब्रॉडकास्टर ही कर सकते हैं. बीसीसीआई और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने आईपीएल के समय में बदलाव के संकेत दिए हैं. अगर ब्रॉडकास्टर बीसीसीआई की बातों से सहमत हो पाया तो अब तक रात 8 बजे से शुरू होने वाले मुकाबले शाम 7 बजे से शुरू होंगे. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पिछले 10 साल में कई बार देखा गया कि रात 8 बजे से शुरू होने वाले मैच खत्म होते-होते 12 बज जाते थे ,जिससे स्टेडियम में मैच देखने आए दर्शकों के साथ घर में स्कूल-कॉलेज जाने वालों बच्चों को काफी परेशानी होती थी. इस तरह की बदलाव की मांग पहले भी की जा रही थी लेकिन इस बार आईपीएल की तरफ से इसे मान लिया गया है.


शाम सात बजे अगर दूसरा मैच शुरू होता है तो इसका असर दिन के पहले मुकाबले पर होगा और इसलिए अब तक चार बजे से शूरू होने वाले ये मुकाबले नए प्रस्तावित बदलाव के तहत दोपहर तीन बजे से शुरु किया जा सकता है. आईपीए काउंसिल के मीटिंग में आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ल ने समय में बदलाव का प्रस्ताव रखा जिसे सभी फ्रेंचाइजी ने मान लिया है. लेकिन बदलाव तभी संभव है जब ब्रॉडकास्टर इस प्रस्ताव को मान ले.


सीजन के बाच में बदले जाएंगे खिलाड़ी


दूसरी तरफ इस बैठक में एक और बड़े बदलाव को सभी फ्रेंचाइजी ने मान लिया है. इस प्रस्ताव के तहत अब आईपीएल मुकाबले के दौरान भी खिलाड़ियों का ट्रांसफर किया जा सकता है. इंग्लिश प्रीमियर लीग की तरह अब आईपीएल मुकाबले के दौरान खिलाड़ियों की जर्सी बदल सकती है. हालांकि इस ट्रांसफर में वही खिलाड़ी आ पाएंगे जो लीग के सात मुकाबले में सिर्फ दो मैच में प्लेइंग इलेवन खेल पाए.


राजीव शुक्ल ने बताया कि पांच दिसंबर को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक होगी और दूसरी बातों पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि बीच मुकाबले में खिलाड़ियों के ट्रांसफर को लेकर एक आइडिया आया जिसे सभी फ्रेंचाइजी ने मान लिया. उन्होंने कहा कि इससे उन खिलाड़ियों को फायदा होगा जो अच्छे क्रिकेटर हैं लेकिन किसी भी कारण से प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना पाए.