South Africa tour of India: दक्षिण अफ्रीकी टीम इन दिनों भारत के दौरे पर है. यहां दोनों टीमों के बीच 5 टी20 मैचों की सीरीज खेली जा रही है. सीरीज के पहले दो मुकाबले भारत हार चुका है. दोनों ही मुकाबलों में मेहमान बल्लेबाजों ने शानदार बैटिंग की. पहले मैच में जहां सभी भारतीय गेंदबाजों की कुटाई हुई तो दूसरे में तेज गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन में सुधार किया. हालांकि भारतीय स्पिनर्स इस सीरीज में अब तक फीके नजर आए हैं. यही कारण है कि अफ्रीकी बल्लेबाज बीच के ओवर्स में तेजी से रन बनाकर मुकाबला जीत रहे हैं.
स्पिनर्स का इकॉनमी रेट खराब
टी20 सीरीज के पहले मुकाबले में भारत की स्पिन जोड़ी युजवेन्द्र चहल (Yuzvendra Chahal) और अक्षर पटेल (Akshar Patel) ने 5.2 ओवर में 13.1 के इकोनॉमी रेट से 66 रन खर्च किए. यह किसी टी20 मैच में भारत के स्पिन गेंदबाजों का दूसरा सबसे खराब इकॉनमी रेट था. इससे पहले साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही भारतीय स्पिनर्स ने 16 की इकॉनमी से रन लुटाए थे और चार ओवर में 64 रन दिए थे.
टी20 में भारतीय स्पिनर्स की सबसे खराब इकॉनमी |
|||
ओवर |
इकॉनमी |
विपक्षी टीम |
साल |
4 |
16 |
दक्षिण अफ्रीका |
2018 |
5.2 |
13.1 |
दक्षिण अफ्रीका |
2022 |
8 |
13 |
श्रीलंका |
2017 |
4 |
11.5 |
इंग्लैंड |
2021 |
9 |
11.4 |
श्रीलंका |
2009 |
अफ्रीकी बल्लेबाज हैं हावी
भारतीय स्पिनर्स की धुनाई के मामले में अफ्रीकी टीम टॉप पर है. टी20 क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ दो बार ही भारतीय स्पिनर्स ने 13 से अधिक की इकॉनमी से रन खर्च किए हैं. दोनों बार अफ्रीकी बल्लेबाजों ने ये रन जड़े हैं. 2017 में श्रीलंकाई टीम ने भारतीय स्पिनर्स के खिलाफ 13 की इकॉनमी से रन जड़े थे. इस मैच में स्पिनर्स के 8 ओवर में श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने 104 रन बना दिए थे. वहीं 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय स्पिनर्स ने 11.5 और 2009 में श्रीलंका के खिलाफ 11.4 की इकॉनमी रेट से रन लुटाए थे.
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