मैच से पहले कोहली से पिंक बॉल को लेकर सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में सवाल किए गए थे. जिसके जवाब में उन्होंने कहा, "हम बल्लेबाजी पर अधिक ध्यान दे रहे हैं. एक बल्लेबाज के रूप में जब आप कई तरह की रंगीन गेंदों के साथ खेलते हैं तो आप कम गलती करने के बारे में सोचते हैं. हम अपनी तकनीक पर ध्यान दे रहे हैं. लेकिन फील्डिंग सेशन थोड़ा हैरानी भरा था."
कोहली ने गुलाबी गेंद की तुलना हॉकी गेंद से करते हुए कहा, "पिंक बॉल काफी तेजी से फील्डर के हाथ में लगती है. यह बिल्कुल हॉकी के भारी बॉल की तरह है. या उन गेंदों की तरह है, जिससे बच्चे खेला करते हैं." उन्होंने साथ ही कहा कि इस बॉल से कैच पकड़ना भी मुश्किल होगा.
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कप्तान ने कहा, "जब बॉल हवा में जाएगी तो इसकी गहराई का पता लगाना मुश्किल होगा. इसलिए उस दिन ऊंचे कैच पकड़ना मुश्किल होगा. लाल और सफेद गेंद में आपको पता होता है कि बॉल किस गति से नीचे आ रही है, जबकि गुलाबी गेंद के साथ इसका अंदाजा लगाना आसान नहीं होगा." उन्होंने कहा,"मुझे लगता है कि फील्डिंग काफी ज्यादा मुश्किल होगी. लोगों को हैरानी होगी कि इस बॉल से फील्डिंग करना काफी मुश्किल है."
IND Vs BAN: विराट कोहली ने खुद बताया, इसलिए डे नाइट टेस्ट खेलने को तैयार हुई टीम इंडिया
इसके अलावा विराट कोहली ने यह भी बताया है कि क्यों वह डे नाइट टेस्ट खेलने के लिए तैयार हुए. विराट ने कहा, ''हमें कभी ना कभी डे नाइट टेस्ट तो खेलना ही था. यहां स्थितियां हमारे अनुकूल हैं तो हम घर में डे नाइट टेस्ट का अनुभव हासिल करना चाहते थे.