लगभग पिछले डेढ़ साल से वनडे टीम इंडिया से बाहर चल रहे अजिंक्ये रहाणे ने कहा है कि विश्वकप टीम में नहीं चुने जाने से उन्हें निराशा हुई लेकिन आगे बढ़ना ज़रूरी है. वेस्टइंडीज़ के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ की टीम का हिस्सा और टीम के उप-कप्तान अजिंक्ये रहाणे लंबे वक्त तक भारतीय वनडे टी20 के मिडिल ऑर्डर की जान थे. लेकिन धीमी रनगति की वजह से उन्हें पिछले साल फरवरी के बाद से टीम में मौका नहीं मिला.

अजिंक्ये रहाणे ने हाल ही में इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा,

टीम इंडिया के लिए शॉर्टर फॉर्मेट वनडे क्रिकेट में 90 मुकाबलों में 35.26 के औसत से 2962 रन बनाने वाले अजिंक्ये रहाणे अकसर टीम में अंदर बाहर होते रहे. लेकिन अब रहाणे को लगता है कि वो ऐसा खेल दिखाने की कोशिश करेंगे जिससे की सभी का ध्यान उनकी तरफ जाए. रहाणे ने कहा,

इसके आगे अजिंक्ये रहाणे ने शॉर्टर फॉर्मेट में अपनी वापसी पर बात करते हुए कहा,

विश्वकप पर जाने से पहले और विश्वकप के दौरान भी कई दिग्गज़ों का ये मानना था कि भारतीय मिडिल ऑर्डर को मजबूती देने के लिए टीम में अजिंक्ये रहाणे जैसे अनुभवी और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज़ को टीम में शामिल होना चाहिए था.