नई दिल्ली/बेंगलुरू: युजवेंद्र चहल के विकेटों के सिक्सर और धोनी, रैना और युवी की तूफानी बल्लेबाज़ी की मदद से टीम इंडिया ने बेंगलुरू में खेले जा रहे आखिरी टी20 मुकाबले में इंग्लैंड को 75 रनों के बड़े अंतर से हराकर टी20 सीरीज़ को 2-1 से अपने नाम किया. 



 



भारतीय टीम के 203 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम को एक झटके में हराकर सीरीज़ पर कब्ज़ा जमाया. भारत ने लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम को सेम बिलिंग्स के रूप में 8 रनों के स्कोर पर पहला झटका दिया. जिसके बाद जेसन रॉय ने जो रूट के साथ मिलकर टीम के स्कोर को 50 रनों के पार पहुंचाया. रॉय के आउट होने के बाद कप्तान इओन मॉर्गन ने जो रूट के साथ मिलकर अच्छे हाथ दिखाए और टीम के स्कोर को 100 रनों के पार पहुंचा दिया. लेकिन 119 पर 2 विकेट के बाद कप्तान मोर्गन का विकेट गिरा और फिर अगले 8 रनों के अंदर पूरी इंग्लैंड की टीम ताश के पत्तों की तरह 127 रनों पर ऑल-आउट होकर वापस पवेलियन लौट गई. 



 



युजवेंद्र चहल ने काबिल ए तारीफ गेंदबाज़ी करते हुए 4 ओवर में 25 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए. चहल के अलावा बुमराह ने 3 जबकि अमित मिश्रा ने 1 विकेट चटकाया.



 



इससे पहले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (56) के पहले अर्धशतक और सुरेश रैना की 63 रनों की पारी की बदौलत भारत ने एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे निर्णायक टी-20 मुकाबले में बुधवार को इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 203 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था. भारत ने टॉस हारकर बल्लेबाजी का निमंत्रण मिलने पर निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 202 रन बनाए.



 



इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया. मैच के दूसरे ओवर में ही भारतीय कप्तान विराट कोहली (2) रन आउट होकर पवेलियन लौट गए. उनके जाने के बाद मैदान पर उतरे रैना ने लंबे अरसे बाद टी-20 में अपने बल्ले से अर्धशतक निकाला. रैना ने इससे पहले 2010 में अर्धशतकीय पारी खेली थी.



 



उन्होंने दूसरे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (22) के साथ पारी को आगे बढ़ाया. दोनों तेजी से रन बना रहे थे. इसी बीच राहुल 65 के कुल स्कोर पर बेन स्टोक्स की गेंद पर बोल्ड हो गए. उन्होंने रैना के साथ दूसरे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी की.



 



पूर्व कप्तान धौनी ने मैदान पर कदम रखा और वो किया जिसके लिए उन्हें 76 टी-20 मैच का इंतजार करना पड़ा. धौनी ने खेल के सबसे छोटे प्रारूप में अपना पहला अर्धशतक जमाया. धौनी ने रैना के साथ इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 55 रन जोड़े.



 



45 गेंदों में पांच छक्के और दो चौकों में तूफानी पारी खेलने वाले रैना 120 के कुल स्कोर पर लियाम प्लंकेट की गेंद पर इयोन मोर्गन के हाथों लपके गए. धौनी ने आक्रामक खेल जारी रखा और अपना पहला अर्धशतक पूरा किया.



 



रैना के जाने के बाद मैदान पर आने वाले युवराज ने अपने चिर-परिचित अंदाज में बल्लेबाजी की. उन्होंने नौ गेंदों में तीन छक्के और एक चौके की मदद से 27 रनों की पारी खेली. युवराज ने अपनी सभी बाउंड्री क्रिस जोर्डन द्वारा फेंके गए 18वें ओवर में लगाईं. इस ओवर में भारत ने कुल 24 रन बटोरे, जिसमें से धौनी ने सिर्फ एक रन ही लिया.



 



19वें ओवर की पहली गेंद पर युवराज टाइमल मिल्स का शिकार बने. धौनी को आखिरी ओवर में पवेलियन लौटे. पदार्पण मैच खेल रहे युवा ऋषभ पंत ने छह रन और हार्दिक पांड्या ने 11 रनों का योगदान देते हुए टीम को 200 के पार पहुंचाया. पंत नाबाद लौटे.



 



इंग्लैंड के लिए प्लंकेट, स्टोक्स, मिल्स और जोर्डन ने एक-एक विकेट लिए. दो बल्लेबाज रन आउट हुए.