रांची: कप्तान स्टीवन स्मिथ की शतकीय पारी और मैक्सवेल के विस्फोटक अर्धशतक की मदद से आस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन चार विकेट पर 299 रन बना लिये.
दूसरे टेस्ट में उनकी वजह से डीआरएस विवाद खड़ा हुआ था, लेकिन स्मिथ ने इसे भुलाते हुए अपने 19वें शतक के दौरान बेहतरीन जज्बा दिखाया और वह 117 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं. भारतीय गेंदबाजी चौकड़ी में से कोई भी उन्हें परेशान नहीं कर सका.
वहीं ढाई साल के बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले ग्लेन मैक्सवेल 82 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे, उन्होंने भी कप्तान के साथ मजबूत भूमिका अदा की. इन दोनों ने मिलकर पांचवें विकेट के लिये 47.4 ओवर में 159 रन बनाये.
मैक्सवेल स्पिन को बखूबी खेलते हैं, जिससे स्मिथ को अपने खेल पर ध्यान लगाने में मदद मिली. यह टेस्ट क्रिकेट में मैक्सवेल का पहला 50 से ज्यादा रन का स्कोर है.
भारतीय गेंदबाजों के लिये मुश्किल दिन में एक और बुरी खबर तब आयी जब कप्तान विराट कोहली क्षेत्ररक्षण करते हुए कंधे की चोट लगा बैठे और एक से ज्यादा सत्र तक मैदान से बाहर रहे. कोहली की अनुपस्थिति में कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में काफी कमी दिखी.
आस्ट्रेलियाई टीम निश्चित रूप से 500 से ज्यादा रन का स्कोर बनाकर भारत को पहली पारी के दौरान ही मैच से बाहर करने की कोशिश करेगी.
मेहमान टीम ने 140 रन पर अपना चौथा विकेट गंवाया, जो उमेश यादव(19 ओवर में 63 रन देकर दो विकेट) ने हासिल किया और उन्होंने शानदार रिवर्स स्विंग गेंदबाजी का नमूना पेश किया.
लेकिन आज का दिन स्मिथ के नाम रहा, जिन्होंने भारत के खिलाफ पिछले सात मैचों में अपना छठा टेस्ट शतक जड़ा. शुरू में पिच धीमी थी और भारत के दोनों स्पिनरों को इससे कोई टर्न नहीं मिला.
पिच से कोई मदद नहीं मिलने के बाद रविचंद्रन अश्विन(23 ओवर में 78 रन देकर एक विकेट) और रविंद्र जडेजा(30 ओवर में 80 रन देकर एक विकेट) के पास आस्ट्रेलियाई कप्तान को परेशान करने के लिये कुछ नहीं था, जिन्होंने अपनी पारी के दौरान 13 बाउंड्री जमायी. स्मिथ ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 5000 रन भी पूरे किये. वह ऐसे समय पर बल्लेबाजी के लिये उतरे जब उमेश काफी अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे. उन्होंने उसका स्पैल देखा और फिर सभी भारतीय गेंदबाजों का सहजता से सामना किया.
स्मिथ ने कोई हड़बड़ी नहीं दिखायी, फिर भी तेजी से रन जुटाये. मैक्सवेल ने भी दूसरे छोर से हिट करना जारी रखा, उन्होंने पांच चौके और जडेजा की गेंदों पर दो छक्के जमाये.
स्मिथ ने मुरली विजय की गेंद को लांग आन बाउंड्री पर पहुंचाकर सीरीज में अपना दूसरा शतक 227 गेंद में पूरा किया. इस दौरान वह 53वें टेस्ट में 5000 टेस्ट रन पूरे करने वाले तीसरे सबसे तेज बल्लेबाज बने. सर डान ब्रैडमैन ने अपने 36वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी जबकि सुनील गावस्कर ने 52 मैचों में 5000 रन पूरे किये थे.
इंडियन प्रीमियर लीग में अपने बिग हिट के लिये मशहूर मैक्सले ने सोच समझकर अपनी पारी आगे बढ़ायी. उन्होंने अपने रिवर्स स्विप शाट को भी काबू में रखा और 52 गेंद में अपनी पहली बाउंड्री लगायी. जब वह 37 रन पर थे, तब ऐसा लगा था कि जडेजा की गेंद उनके बल्ले से लगी थी लेकिन स्टंप के पीछे साहा ने इसे गिरा दिया. मैक्सवेल ने जडेजा की गेंद पर छक्का जड़कर अपना पहला टेस्ट अर्धशतक जड़ा.
भारत ने 86वें ओवर में नयी गेंद ली, लेकिन फिर भी उन्होंने कोई सफलता नहीं मिली.
इससे पहले दूसरे सत्र में आस्ट्रेलिया ने पीटर हैंड्सकोंब(19) का विकेट गंवाकर 30 ओवर में 85 रन जोड़े.
मेजबान टीम ने पहले दो घंटे में तीन अहम विकेट झटके थे और आस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 109 रन कर दिया था. इस हिसाब से दूसरा सत्र थोड़ा निराशाजनक रहा.
सुबह के सत्र में कोहली डाइव करते हुए अपना कंधा चोटिल करा बैठे जिससे वह बाहर चले गये.
उमेश यादव भारतीय गेंदबाजों में सबसे प्रभावशाली दिखे, उन्होंने दूसरे सत्र का एकमात्र विकेट झटका. हैंड्सकोंब उनकी शानदार इनस्विंग यार्कर पर पगबाधा आउट हुए. हैंड्सकोंब के जाने के बाद स्मिथ को मैक्सवेल के रूप में अच्छा साथी मिला.
इससे पहले स्मिथ ने टास जीता और उसके सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ और डेविड वार्नर ने सकारात्मक शुरूआत की जिससे टीम ने 9.3 ओवर में बिना विकेट गंवाये 50 रन बना लिये थे.
लेकिन 10वें ओवर के बाद स्पिनरों को लगाया गया. रविंद्र जडेजा(49 रन देकर एक विकेट) ने अपने पहले ही ओवर में वार्नर(19) को पवेलियन भेजा जो इस बायें हाथ के स्पिनर को आसान रिटर्न कैच दे बैठे.
मैट रेनशॉ(44) अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और उनके पहले 24 रन केवल बाउंड्री से ही बने. वह अर्धशतकों की हैट्रिक पूरे करने के करीब पहुंच गये थे लेकिन वह छह रन से चूक गये. उमेश यादव ने लंच से पहले अपने दूसरे स्पैल में इस सलामी बल्लेबाज को आउट किया. आफ स्पिनर अश्विन ने फिर शॉन मार्श(02) को आउट किया जिसमें भारत ने डीआरएस का इस्तेमाल किया और यह उनके पक्ष में रहा.
भारत ने एक बदलाव किया और अभिनव मुकुंद की जगह फिट हुए मुरली विजय को अंतिम एकादश में शामिल किया. आस्ट्रेलिया को दो बदलाव करने के लिये बाध्य होना पड़ा क्योंकि उसके दो खिलाड़ी मिशेल मार्श और मिशेल स्टार्क चोटिल हो गये हैं, उनकी जगह ग्लेन मैक्सवेल और पैट कमिंस को शामिल किया गया.