नई दिल्ली/मुंबई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ के खिलाफ आईसीसी में औपचारिक तौर पर दर्ज कराई अपीन शिकायत वापस ले ली है. टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरू लेट्स के दौरान स्टिव स्मिथ के विकेट को लेकर वाक युद्द छिड़ गया था. जिसके बाद अब बोर्ड शिकायत वापस लेकर मामले को बातचीत कर सुलझाने का निर्णय किया है. 


 



इससे पहले बीसीसीआई द्वारा बेंगलुरू टेस्ट के दौरान डीआरएस लेने को लेकर ड्रेसिंग रूम से संकेत मांगने को लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से औपचारिक तौर पर शिकायत दर्ज कराई गई थी. बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने स्मिथ और उनके साथ मैदान पर मौजूद दूसरे बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब के खिलाफ आचार संहिता के श्रेणी-2 के उल्लंघन के तहत खेल भावना के विपरीत बर्ताव करने की शिकायत की थी.



 



उल्लेखनीय है कि आईसीसी ने एक दिन पहले ही इस मामले में भारतीय कप्तान विराट कोहली और स्मिथ दोनों ही के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने की घोषणा की थी.



 



आईसीसी के नियमों के मुताबिक जौहरी के पास शिकायत करने के लिए घटना के बाद 48 घंटों का समय था और उन्होंने जल्द ही आईसीसी में अपनी शिकायत दायर लेकिन फिर इसे वापस भी ले लिया. 



 



लेकिन इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख कार्यकारी जेम्स सदरलैंड ने अपने भारतीय समकक्ष राहुल जौहरी से मुंबई स्थित बीसीसीआई मुख्यालय में मुद्दे के समाधान के लिए मुलाकात की. जिसमें यह निर्णय किया गया कि दोनों कप्तान रांची में बैठक कर मामले को सुलझाएंगे.



 



बेंगलुरू टेस्ट के चौथे दिन मंगलवार को आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के दौरान स्मिथ, उमेश यादव की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए, लेकिन सीधे पवेलियन लौटने या डीआरएस की मांग करने की बजाय स्मिथ और हैंड्सकॉम्ब आस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूम से संकेत मांगते नजर आए.



 



मैदान पर मौजूद अंपायर निजेल लोंग ने स्मिथ को ऐसा करने से रोका भी. इस बीच कोहली और स्मिथ के बीच वाकये को लेकर कहासुनी भी हो गई.



 



आस्ट्रेलिया यह मैच भारत के हाथों 75 रन से हारा. मैच के बाद स्मिथ ने घटना को 'दिमाग से उतर जाना' कहकर अपना बचाव किया, लेकिन कोहली ने स्मिथ के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने लगातार तीन बार ऐसा किया.