नई दिल्ली/पुणे: स्टीव स्मिथ के बेहतरीन 18वें शतक की मदद से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत और ऑस्ट्रेलियाई के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन लंच से पहले भारत के सामने 441 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया है. टीम इंडिया ने आज मेहमान टीम के बाकी बचे 6 विकेट लंच से पहले चटका दिए. तीसरे दिन के खेल में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी को जारी रखते हुए अपनी टीम के स्कोर को मिचेल मार्श के साथ मिलकर तेज़ी से आगे बढ़ाया. जिसके बाद जडेजा ने मार्श को चलता किया.
मार्श के बाद उमेश यादव ने वेड को और फिर कप्तान स्मिथ भी शतक बनाकर आउट हो गए.
अंत में एक बार फिर मिचेल स्टार्क ने कुछ बड़े शॉट्स खेलकर टीम की बढ़त को 400 रनों के पार पहुंचाया और अंत में ऑस्ट्रेलियाई टीम 285 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई.
इससे पहले दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक आस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में चार विकेट खोकर 143 रन बनाए थे. जिसके साथ मेजबानों पर उनकी कुल बढ़ 298 रनों की हो गई थी. बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बनी स्पिन की मददगार इस पिच पर आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ ने अच्छे से अपने पैर जमा हुए थे. वह स्टम्प्स होने पर 59 रनों पर नाबाद लौटे. कप्तान के साथ मिशेल मार्श भी 21 रन बनाकर खेल रहे थे.
स्टीव ओकीफ की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत को पहली पारी में 105 रनों पर समेटने के बाद दूसरी पारी खेलने उतरी आस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही. डेविड वार्नर (10) को रविचंद्रन अश्विन ने पारी के पहले ओवर की आखिरी गेंद पर पवेलियन भेजा. आउट होने से पहले वार्नर ने अश्विन पर दो चौके जड़े.
दूसरे सालमी बल्लेबाज शॉन मार्श 23 के कुल स्कोर तक अपना खात भी नहीं खोल पाए थे और इसी स्कोर पर अश्विन की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए.
पीटर हैंड्सकॉम्ब (19) ने कप्तान के साथ पारी को आगे बढ़ाया और स्कोर 61 तक पहुंचाया. अश्विन ने हैंड्सकॉम्ब को मुरली विजय के हाथों कैच करा उनकी पारी का अंत किया. पहली पारी में अर्धशतक लगाने वाले मैट रेनशॉ ने दूसरी पारी में भी अच्छी बल्लेबाजी की और स्मिथ के साथ चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े.
रेनशॉ जयंत यादव की गेंद पर 113 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे. वह जयंत की गेंद पर बड़ा शॉट मारने के प्रयास में सीमा रेखा पर ईशांत शर्मा के हाथों लपके गए. इसके बाद मिशेल ने स्मिथ के साथ मिलकर दिन का खेल खत्म होने तक 30 रन जोड़ लिए हैं.
इससे पहले दिन की शुरुआत आस्ट्रेलिया ने ही की थी. अपने पहले दिन के पहली पारी के स्कोर नौ विकेट पर 256 रनों से आगे खेलने उतरी आस्ट्रेलिया का आखिरी विकेट दिन के पहले ओवर में ही गिरा गया.
मेजबानों को बल्लेबाजी का मौका मिला. मौजूदा फॉर्म को देखकर लग रहा था कि भारत को इस स्कोर को पार करने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी लेकिन हुआ उससे उलट. पिच की हरकतों को जानकर सलामी जोड़ी लोकश राहुल (64) और मुरली विजय (10) ने संभल कर खेलते हुए 26 रन जोड़े लिए थे. जोस हेजलवुड ने विजय को इसी स्कोर पर आउट किया.
चेतेश्वर पुजारा (6) विकेट को समझ पाते उससे पहले ही मिशेल स्टार्क ने उन्हें पवेलियन भेज दिया. पुजारा जब आउट हुए तब भारत का स्कोर 44 रन था. इसी स्कोर पर स्टार्क ने भारत को बड़ा झटका दिया. कप्तान विराट कोहली बिना खाता खोले पवेलियन लौट चुके थे. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वह 104 पारियों के बाद शून्य पर आउट हुए.
भारतीय टीम ने भोजनकाल तक अपनी पहली पारी में तीन विकेट के नुकसान पर 70 रन बनाए थे.
भोजनकाल के बाद अजिंक्य रहाणे के साथ भारतीय पारी को आगे बढ़ाने उतरे राहुल टीम के खाते में 24 रन ही जोड़ थे कि ओकीफ ने 33वें ओवर की दूसरी गेंद पर डेविड वॉर्नर के हाथों उन्हें कैच आउट कर पवेलियन भेजा. लोकेश ने अपनी पारी में खेली गईं 97 गेंदों में 10 चौके और एक छक्का लगाया. इसी ओवर में ओकीफ ने रहाणे (13) और रिद्धिमान साहा (0) के रूप में भारतीय टीम के दो और विकेट गिराए.
रहाणे के आउट होने के बाद भारतीय टीम का कोई भी बल्लेबाज दहाई तक भी नहीं पहुंच पाया. नाथन लॉयन ने 95 के कुल योग पर अश्विन (1) को पवेलियन भेज भारतीय टीम का सातवां विकेट गिराया.
ओकीफ ने इसके बाद जयंत यादव (2), रवींद्र जड़ेजा (2) और उमेश यादव (4) के विकेट लेकर भारत को 105 रनों पर पवेलियन में बैठा दिया.
भारतीय टीम की यह सबसे खराब पारी रही है. टीम ने अंतिम 11 रनों पर अपने अंतिम सात विकेट गंवाए. इससे पहले भारत ने 1989-90 में क्राइस्टचर्च में खेले गए टेस्ट मैच में 18 रनों पर अपने अंतिम सात विकेट गंवाए थे.
आस्ट्रेलिया के लिए ओकीफ के अलावा मिशेल स्टार्क को दो और जोस हाजलेवुड और नाथन लॉयन को एक-एक सफलता मिली.
आस्ट्रेलिया ने रेनशॉ (68) और मिशेल स्टार्क (61) के अर्धशतकों की बदौलत अपनी पहली पारी में 260 रन बनाए थे.