कोलकाता: टीम इंडिया के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा कि 'हम अच्छा नहीं खेले' और 'हमे बार-बार धराशायी होना रोकना होगा'. दूसरे मैच में जीत के लिए मिले 253 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय ऑस्ट्रेलिया के 8 विकेट पर 148 रन हो गया था. भुवनेश्वर कुमार (3-9), कुलदीप यादव (3-54, हैट्रिक सहित) और युजवेंद्र चहल (2-34) की गेंदबाजी के आगे ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज असहाय नजर आए.
वनडे क्रिकेट में घर से बाहर यह ऑस्ट्रेलिया की लगातार दसवीं हार है. स्मिथ ने मैच के बाद कहा, "यह आजकल कुछ ज्यादा हो रहा है. अगर मैं सच कहूं तो, क्रिकेट के हर प्रारूप में हमारे बल्लेबाज धराशायी हो रहे है और हमें यह रोकना होगा. यहां बैठ के यह कहना आसान है लेकिन जब आप पिच पर जाते है, तब आपको अपनी शैली में बदलाव लाना पड़ता है क्योंकि वह काम नहीं कर रही."
उन्होंने कहा, "शायद बल्लेबाज गेंद को कुछ ज्यादा ही नजदीक से देखने की कोशिश कर रहें है और खेल को खेलने के बारे में भूल रहे है." स्मिथ ने कहा, "किसी पर उंगली उठाना सही नहीं है. लेकिन इसे बदलने की जरूरत है और दवाब में हमें अच्छे निर्णय लेते हुए ठीक से खेलने की आवश्यकता है. हमारे बल्लेबाज लगातार धराशायी हो रहे है और यह अच्छा नहीं है."
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने आगे कहा, " हमने दवाब में काफी बुरे निर्णय लिए और हम अपनी योग्यता का सही उपयोग नहीं कर पाए." पारी के अंत में मार्कस स्टोइनिस (नाबाद 62) ने एक अर्धशतक बनाया लेकिन वह टीम को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं था.
स्मिथ ने कहा, "हमारे खिलाड़ियों ने भरपूर अभ्यास किया है और अब उन्हें दवाब में बिना घबराए अपने कौशल का उपयोग करने की आवश्यकता है. मैं समझता हूं कि हम पिछले और इस मैच में दवाब में बिखर गए और कोई साझेदारी नहीं बना पाए. हमने दवाब में बहुत गलतियां की."
उन्होंने कहा, "यह शुरू के चार बल्लेबाजों में से किसी एक की जिम्मेदारी थी कि वह आखिरी तक खेले और बड़ा स्कोर बनाए. मैं और हेड कुछ समय के लिए पिच पर टिके लेकिन हम बड़ा स्कोर नहीं बना सके इसलिए इस हार में हमारा भी दोष है."
उन्होंने आगे कहा, "हम दोनों के बीच अच्छी साझेदारी हुई. अगर आप 70 को 140 में बदलने में कामयाब होते है, तो आप मैच वहीं जीत लेते है."
स्टोइनिस के बारे में स्मिथ ने कहा, "वह घबराए नहीं, उन्होंने संयम से अच्छे क्रिकेटिंग शॉट खेले. उनका रवैया सकारात्मक था और हमें शीर्ष चार में एक बल्लेबाज चाहिए जो बड़े रन बना सके. अगर हमने ऐसा किया होता तो मैच का नतीजा हमारे पक्ष में होता."