नई दिल्ली/बेंगलुरू: पुणे में 333 रनों से हार के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज़ की खराब शुरूआत करने के बाद टीम इंडिया की उम्मीदें अब बेंगलुरू में वापसी पर हैं. कप्तान विराट कोहली ने भी आज वादा किया है कि उनकी टीम उस तरह(पुणे टेस्ट) का बुरा प्रदर्शन और इच्छाशक्ति की कमी फिर से कभी नहीं दिखाएगी जिसके कारण उसे पुणे में आस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरूआती टेस्ट मैच में शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। 



 



ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज़ का दूसरा टेस्ट बेंगलुरू में खेला जाना है और बेंगलुरू का एम चिन्नस्वामी स्टेडियम भी इस बात की गवाही देता है कि भारतीय टीम इस मैदान पर शेर ये सवाशेर बन जाती है. 



 



जी हां, बेंगलुरू का मैदान टीम इंडिया के लिए अकसर लकी साबित हुआ है और पिछले 10 सालों में तो टीम इंडिया ने इस मैदान पर एक भी मैच नहीं गंवाया. साल 2007 से लेकर अब तक भारतीय टीम ने इस मैदान पर 5 मुकाबले खेले हैं जिसमें उसे एक बार भी हार नहीं मिली. टीम इंडिया ने इस मैदान पर साल 2007 से 2 मुकाबले जीते हैं जबकि 3 मैच वो ड्रॉ करने में सफल रहा है. 



 



इस आंकड़े में सबसे अहम और दिलचस्प बात ये है कि आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के साथ इस मैदान पर खेले गए मुकाबले में भी टीम इंडिया ने वो मैच 7 विकेटों से जीत लिया था.



 



आखिरी पांच मुकाबलों में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया समेत न्यूज़ीलैंड को हराया है जबकि साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान के साथ भारत ने ड्रॉ मुकाबले खेले हैं. 



 



पिछले 10 सालों के अलावा भी अगर इस मैदान पर खेले गए भारत के 21 टेस्ट मुकाबलों का ज़िक्र किया जाए तो भी टीम इंडिया के लिए ये मैदान लकी साबिक हुआ है और उसने कुल मैचों में से 6 मैच जीते हैं जबकि इतने ही मैचों में भारत को हार मिली है जबकि 9 मुकाबले ड्रॉ खेले गए हैं. आखिरी बार टीम इंडिया को इस मैदान पर पाकिस्तान के हाथों साल 2005 में हारना पड़ा था तब से भारतीय टीम यहां अविजित है.



 



टीम इंडिया इस मुकाबले में जीत हासिल कर टेस्ट में एक बार फिर से वापसी कर सकती है जिसके लिए बेंगलुरू का क्रिकेट मैदान पर भारत के पास सबसे अच्छा मौका है.