INDvsBAN: मुश्फिकुर के शतक से 388 रन बना ऑल-आउट बांग्लादेश, भारत को 299 रनों की बढ़त
नई दिल्ली/हैदराबाद: भारत और बांग्लादेश के बीच हैदराबाद में खेले जा रहे एकमात्र टेस्ट मुकाबले के चौथे दिन भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 388 रनों पर ऑल-आउट कर 299 रनों की विशाल बढ़त हासिल कर ली है. जबकि मेहमान टीम को फॉलोऑन ना देकर कप्तान कोहली ने फिर से बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया है. टीम इंडिया के लिए उमेश यादव ने 3, जडेजा और अश्विन ने 2-2 जबकि भुवनेश्वर कुमार और इशांत शर्मा ने 1-1 विकेट चटकाया. चौथे दिन की खेल की शुरूआत बांग्लादेश की टीम ने 322 रनों पर 6 विकेट से आगे की लेकिन मेज़बान टीम के गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार ने दिन के पहले ओवर में ही अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे मेहदी हसन को क्लीन बोल्ड कर दिया. कप्तान मुश्फिकुर रहीम और मेहदी हसन के बीच 7वें विकेट के लिए 87 रनों की अहम साझेदारी हुई.
हसन के विकेट के बाद कप्तान मुश्फिकुर रहीम ने दूसरे छोर पर मोर्चा संभाले रखा और भारत के खिलाफ अपने करियर का दूसरा टेस्ट शतक भी पूरा किया. इसके बाद मुश्फिकुर रहीम ने तैजुल इस्लाम के साथ 17, तस्कीन अहमद के साथ 39, कमरूल इस्लाम के साथ 10 रनों की साझेदारी की. जिसकी मदद से उनकी टीम 388 रन बनाने में कामयाब रही. हालांकि इसके बावजूद भारतीय टीम को अफने पहली पारी के स्करो 687 रनों के आधार पर 299 रनों की विशाल बढ़त मिल गई.
इससे पहले इकलौते टेस्ट के तीसरे दिन कप्तान मुश्फिकुर रहीम (नाबाद 81) और मेहदी हसन मिराज (नाबाद 51) ने सातवें विकेट के लिए 87 रनों की नाबाद साझेदारी करते हुए भारत के खिलाफ चल रहे मैच में शनिवार को बांग्लादेश का संघर्ष जारी रखा है. राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में चल रहे मैच में शनिवार का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश ने छह विकेट के नुकसान पर 322 रन बनाए थे.
तीसरे दिन के खत्म होने पर बांग्लादेश भारत से 365 रन पीछे है और फॉलोऑन के खतरे से नहीं निकल सका था.
बांग्लादेश के लिए उनके स्टार हरफनमौला खिलाड़ी शाकिब अल हसन ने भी 82 रनों का अहम योगदान दिया.
अपने दूसरे दिन के स्कोर 41 रनों पर विकेट के नुकासन से आगे खेलने उतरी मेहमान टीम ने तीसरे दिन अपने अगले तीन विकेट पहले ही सत्र में गंवा दिए. इसके बाद शाकिब और रहीम ने पांचवें विकेट के लिए 107 रनों की साझेदारी कर टीम को संकट से उबारा. शाकिब दिन के दूसरे सत्र में आउट होकर पवेलियन लौटे. मेहमान टीम ने सब्बीर रहमान (16) के रूप में इस सत्र में अपना दूसरा विकेट गंवाया.
भारत को उम्मीद थी कि वह आखिरी सत्र में बांग्लादेश को जल्द ही पवेलियन भेज देगा लेकिन रहीम और मिराज ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया. इन दोनों की जुझारू पारियों की बदौलत बांग्लादेश ने अपनी लड़ाई जारी रखी है. इस जोड़ी ने संयमपूर्ण तरीके से बल्लेबाजी की और मैच में बांग्लादेश की उम्मीदों को जिंदा रखा है.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रहीम-मिराज की जोड़ी को तोड़ने के लिए अपने सभी गेंदबाजों को गेंद सौंपी, लेकिन सफलता नहीं मिली. मिराज से पहले रहीम ने शाकिब के साथ मिलकर भारतीय गेंदबाजों के सब्र का इम्तिहान लिया. शाकिब और रहीम को मेजबान टीम के गेंदबाजों को खेलने में किसी प्रकार की समस्या नहीं आई.
शाकिब ने अपनी पारी में कई खूबसूरत शॉट लगाए, वहीं रहीम ने संयम के साथ भारतीय चुनौती का सामना किया. यह साझेदारी अच्छी चल रही थी, तभी शाकिब अपनी गलती से विकेट गंवा बैठे. उन्होंने अश्विन की गेंद को मिड ऑन के ऊपर से मारने का प्रयास किया, लेकिन गेंद सीधे उमेश यादव के हाथों में गई.
शाकिब के जाने के बाद रवींद्र जडेजा ने रहमान को आउट कर अपना खाता खोला. लेकिन इसके बाद यह दोनों शीर्ष स्पिन गेंदबाज अपनी टीम को विकेट नहीं दिला सके.
इससे पहले बांग्लादेश की दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही. अपने दूसरे दिन के स्कोर से आगे खेलने उतरी मेहमान टीम अपने खाते में तीन रन ही जोड़ पाई थी कि तमीम इकबाल (24) रन आउट होकर पवेलियन लौट गए.
मोमीनुल हक (12) और महामुदुल्ला (28) ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की, लेकिन हक अपनी पारी को ज्यादा विस्तार नहीं दे पाए और उमेश यादव की गेंद पर 64 के कुल स्कोर पर पगबाधा करार दिए गए.
महामुदुल्ला ने इसके बाद शाकिब के साथ पारी को संभालने की कोशिश की. तीन विकेट खोने के कारण इन दोनों ने किसी भी तरह का जोखिम नहीं लिया और धीमी गति से जमने की कोशिश में लग गए.
इस जोड़ी ने चौथे विकेट के लिए 45 रन जोड़ लिए थे, लेकिन इशांत शर्मा ने इस साझेदारी को और आगे नहीं जाने दिया. उन्होंने महामुदुल्ला को 109 के कुल स्कोर पर पगबाधा कर पवेलियन की राह दिखाई.
भारत ने कप्तान विराट कोहली (204), मुरली विजय (108), रिद्धिमान साहा (106), चेतेश्वर पुजारा (83), अंजिक्य रहाणे (82), रवींद्र जडेजा (नाबाद 60) की बेहतरीन पारियों की बदौलत अपनी पहली पारी छह विकेट के नुकसान पर 687 रनों पर शुक्रवार को घोषित कर दी थी.