नई दिल्ली/मुंबई: कप्तान विराट कोहली, जयंत यादव और मुरली विजय के शानदर शतक जबकि आर अश्विन और रविन्द्र जडेजा की घुमावदार गेंदबाज़ी की मदद से भारत ने इंग्लैंड के साथ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए चौथे टेस्ट मुकाबले को पारी और 36 रनों से जीतकर पूरे 43 साल बाद कोई 5 मैचों की सीरीज़ अपने नाम कर ली है. विराट कोहली की सेना ने आज इस सीरीज़ को 3-0 से अपने नाम करते हुए ये बड़ा कीर्तिमान रच डाला. 



 



भारत के स्पिन गेंदबाजों रविचंद्रन अश्विन (6-55) और रवींद्र जड़ेजा (2-63) ने वानखेड़े स्टेडियम पर जारी चौथे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में इंग्लैंड के 8 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर टीम इंडिया की जीत की इबारत लिखी. भारतीय गेंदबाज़ों ने पांचवें दिन के खेल के पहले सेशन में ही इंग्लिश टीम को मुश्किल में डाल दिया और दिन की शुरूआत में ही टीम इंडिया को जॉनी बेयरस्टो और क्रिस वोक्स की अहम सफलता मिल गई. बाद में भारत ने 2 और विकेट हासिल कर मुकाबला अपने नाम कर लिया और इसके बाद भारतीय टीम को दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी के लिए आने की ज़रूरत ही नहीं पड़ी.



 



इससे पहले चौथे दिन भी इंग्लैंड की टीम भारतीय गेंदबाज़ों के आगे नाचती नज़र आ रही थी. चौथे दिन की समाप्ति तक इंग्लिश टीम केवल 182 रन ही बना पाई. इंग्लिश टीम को पारी की भारत ने अपनी पहली पारी में 631 रन बनाए थे. उसे पहली पारी के आधार पर 231 रनों की बढ़त मिली थी. 



 



रविवार को अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी इंग्लैंड की टीम को पहला झटका पहले ओवर की दूसरी गेंद पर कीटन केंट जेनिंग्स को भेजकर दिया. जेनिंग्स अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे, जब उन्हें भुवनेश्वर कुमार ने पगबाधा आउट किया.



 



इसके बाद कप्तान एलिएस्टर कुक (18) के साथ जोए रूट (77) ने दूसरे विकेट के लिए 42 रनों की साझेदारी की लेकिन रवींद्र जड़ेजा ने इस साझेदारी को तोड़कर इंग्लैंड को एक और झटका दिया. कुक का विकेट 43 के कुल योग पर गिरा.



 



कुक के आउट होने के बाद रूट का साथ देने मोइन अली को जड़ेजा ने क्रीज पर टिकने का मौका ही नहीं दिया और मुरली विजय के हाथों कैच आउट करा पवेलियन भेज दिया. मोइन खाता भी नहीं खोल सके.



 



रूट ने जॉनी बेयर्सट्रो (नाबाद 50) के साथ मंझी हुई साझेदारी के दम पर इंग्लैंड की बिखरती बल्लेबाजी को संभालते हुए टीम का स्कोर 141 तक पहुंचाया ही था कि इसी स्कोर पर जयंत यादव ने उन्हें पगबाधा आउट कर मेहमान टीम को कमजोर कर दिया और भारतीय टीम को जीत की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभाई. जोए और रूट के बीच चौथे विकेट के लिए 92 रनों की साझेदारी हुई.



 



रूट ने अपनी पारी में खेली गईं 112 गेंदों में 11 चौके लगाए. उनके बाद टीम बेयर्सट्रो का साथ देने आए बेन स्टोक्स (18) को भी अश्विन ने ज्यादार देर पिच पर टिकने नहीं दिया और 180 के कुल योग पर मुरली विजय के हाथों कैच आउट करा इंग्लैंड की टीम का पांचवा विकेट गिराया.



 



इसके बाद आए जैक बॉल भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाए और इंग्लैंड के स्कोर में दो रन जोड़कर अश्विन की गेंद पर पार्थिव पटेल ते हाथों कैच आउट हो पवेलियन लौट गए. बॉल जब आउट हुए उस वक्त टीम का स्कोर 182 रन था और इसी स्कोर पर चौथे दिन के खेल की समाप्ति की घोषणा कर दी गई.



 



भारत के लिए अश्विन और जड़ेजा ने दो-दो विकेट लिए जबकि भुवनेश्वर कुमार और जयंत को एक-एक सफलता हासिल हुई.



 



इससे पहले, भारत ने तीसरे दिन शनिवार को सात विकेट के नुकसान पर 451 रन बनाए थे. रविवार को अपनी पारी आगे बढ़ाते हुए भारत ने पहले सत्र में बिना कोई विकेट गंवाए कप्तान विराट कोहली (235) और जयंत यादव (104) की बेहतरीन साझेदारी के दम पर 597 रन बनाए थे. कोहली ने इस पारी में अपना दोहरा शतक भी पूरा किया.



 



अपना दोहरा शतक पूरा करने के साथ ही कोहली एक साल में तीन बार दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी बन गए.



 



दूसरे सत्र में जयंत ने अपना शतक पूरा किया, लेकिन 605 रनों के कुल योग पर आदिल राशिद ने उन्हें आउट कर पवेलियन भेजा. कोहली और जयंत के बीच आठवें विकेट के लिए 241 रनों की साझेदारी हुई. जयंत ने 204 गेंदों में 15 चौके लगाए.



 



हरियाणा के प्रतिभाशाली खिलाड़ी जयंत नौवें क्रम पर खेलते हुए भारत के लिए टेस्ट शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं.



 



भारत का नौंवा विकेट 615 के कुल योग पर गिरा. उन्होंने अपनी पारी में 340 गेंदों का सामना कर 25 चौके और एक छक्का लगाया. इसके साथ ही कोहली ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया है. वह एक साल में तीन दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय और विश्व के पांचवें खिलाड़ी बन गए हैं.



 



इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने 9 और उमेश यादव ने नाबाद सात रन बनाए. भुवनेश्वर के आउट होने के साथ ही भारतीय टीम की पारी 631 रनों पर सिमट गई.



 



भारत के लिए पहली पारी में मुरली विजय 136 रन बनाए थे, वहीं चेतेश्वर पुजारा ने 47 रनों का योगदान दिया.



 



कोहली टेस्ट में सर्वोच्च स्कोर करने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं. उनसे पहले यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धौनी के नाम था. धौनी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 फरवरी, 2013 में 224 रन बनाए थे.



 



इंग्लैंड के लिए आदिल राशिद ने सबसे अधिक चार विकेट लिए जबकि मोइन अली तथा जोए रूट को दो-दो सफलता हासिल हुई, वहीं को दो और क्रिस वोक्स और जैक बॉल एक-एक विकेट लेने में सफल रहे.



 



इसके अलावा, जड़ेजा ने भी अपने विकेट का शतक पूरा कर लिया है. वह टेस्ट करियर में 100 से अधिक विकेट ले चुके हैं. 



 



इंग्लैंड ने टॉस जीतकर मैच की पहली पारी में कीटन जेनिंग्स के शतक की मदद से 400 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया लेकिन वो भी उसे हार से नहीं बचा सका.