बेंगलुरू: इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 में जीत में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चाहल ने कहा कि उन्हें लगातार ऑफ स्टंप लाइन के बाहर गेंदबाजी करने का फायदा मिला.



 



चाहल ने टी20 क्रिकेट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 25 रन देकर छह विकेट हासिल किये जो किसी भारतीय का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. उन्हें इस प्रदर्शन से ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया.



 



चाहल ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘‘जब जो रूट और मोर्गन अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, तो मैंने माही(धोनी) और विराट भाई से चर्चा करने के बाद उन्हें ऑफ साइड पर गेंदबाजी करने की योजना बनायी क्योंकि उस लाइन को बरकरार रखकर उनके लिये हिट करना मुश्किल हो जाता है.’’ 



 



उन्होंने कहा,‘‘जब इंग्लैंड की टीम गेंदबाजी कर रही थी तो गेंद काफी टर्न कर रही थी और पिच से धीमी आ रही थी. इसलिये मै बिलिंग्स और जेसन रॉय को नयी गेंद से फुल लेंथ गेंदबाजी कर रहा था क्योंकि वे अच्छे बल्लेबाज हैं. फिर मैंने मिशी(मिश्रा) भाई को देखा, उन्हें थोड़ा टर्न मिल रहा था और वह गेंद की तेजी में भी विभिन्नता ला रहे थे, जिसे मैंने भी आजमाया. इससे मुझे विकेट हासिल करने में मदद मिली.’’ 



 



चाहल ने कहा, ‘‘मैंने भारत के लिये ज्यादा मैच नहीं खेले हैं लेकिन जब भी मैं बेंगलुरू में खेला हूं, मुझे यह अपने घर की तरह महसूस हुआ है. मैंने यहां विकेट हासिल किये हैं. मैं इस तरह के प्रदर्शन को आगामी घरेलू सत्र और आईपीएल मैचों में भी जारी रखना चाहूंगा.’’