गॉल: पिछले कुछ महीनों से भारतीय क्रिकेट कई कारणों से विवादों से घिरा रहा है. पूर्व मुख्य कोच अनिल कुंबले का इस्तीफा वो भी कप्तान विराट कोहली से मनमुटाव के बाद और इसके बाद मुख्य कोच के चयन के लिए नाटकीय घटनाक्रम ने भारत को अलग दौर में पहुंचा दिया था.



लेकिन अब नए मुख्य कोच रवि शास्त्री जो दूसरी बार ड्रेसिंग रूम में वापसी कर रहे हैं उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम सभी विवादों को पीछे छोड़ते हुए श्रीलंका के खिलाफ गॉल इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में बुधवार से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज को जीतकर अपनी नंबर एक रैंकिंग को बरकरार रखने की कोशिश करेगी.



यहीं से विराट ने की थी नंबर 1 बनने की शुरूआत



ये वही जगह है जहां से भारत ने अपनी नंबर-1 टीम बनने के सफर की शुरुआत की थी. नए कप्तान विराट कोहली की अगुआई में भारतीय टीम 2015 के दौरे पर अपना पहला मैच इसी मैदान पर हार गई थी लेकिन उसके बाद टीम ने जिस तरह से शानदार वापसी की उसे पूरी दुनिया ने देखा.



यहां से भारत ने दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में मात पर मात दी. तब के युवा कप्तान कोहली ने टीम को टेस्ट में शीर्ष टीम बना कर वो जगह दोबारा हासिल की जो महेंद्र सिंह धोनी ने पहली बार टीम को दिलाई थी. अब कोहली एक परिपक्व कप्तान बनकर दोबारा वहीं आए हैं, जहां से उन्होंने शुरुआत की थी.



2015 के उस दौरे पर शास्त्री टीम निदेशक के तौर पर ड्रेसिंग रूम में मौजूद थे. पहला टेस्ट मैच हारने के बाद उन्होंने टीम को मजबूती से संभाला था और नई ऊर्जा का संचार करते हुए टीम को बाकी दो टेस्ट मैच जीतवाकर 2-1 से सीरीज पर कब्जा करवाया था.



अब भारत की कोशिश होगी कि टेस्ट फॉर्मेट में अपने प्रभुत्व को कायम रखा जाए और ये काम टीम इंडिया कर भी सकती है. टीम की बल्लेबाजी गहरी और मौजूदा दौर में टेस्ट के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ है. 



इन खिलाडियों से होंगी उम्मीदें



कोहली का बल्ला रन मशीन की तरह रन उगल रहा है. वहीं टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा पिछले पूरे सेशन में चुपचाप अपना काम करते हुए रनों का पहाड़ खड़ा करते चले गए और कब टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में अपने कप्तान को पीछे छोड़ गए किसी को भनक तक नहीं लगी.



उप-कप्तान अंजिक्य रहाणे को चैम्पियंस ट्रॉफी में मौका नहीं मिला था, लेकिन वेस्टइंडीज दौरे पर वनडे सीरीज में उन्होंने खूब रन बनाए. टेस्ट में वह हमेशा टीम के लिए उपयोगी साबित हुए हैं. रोहित शर्मा को टीम में चुना गया है और पूरी संभावना है कि वह प्लेइंग-11 में जगह बनाने में सफल होंगे.



दौरे की शुरुआत से पहले भारत को हालांकि एक बड़ा झटका लगा है. कंधे की चोट से वापसी करने वाले सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल बुखार के कारण पहला मैच नहीं खेल पाएंगे. दौरे से पहले मुरली विजय भी चोट के कारण टीम से बाहर हो चुके हैं.



ऐसे में अभिनव मुकुंद और शिखर धवन के पारी की शुरुआत करने की पूरी संभावना है.



गेंदबाजी में है धार



गेंदबाजी में टीम अपने दो स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा पर काफी हद तक निर्भर रहेगी. अगर टीम मैनेजमेंट तीन स्पिनरों के साथ उतरने का फैसला कर सकता है तो चाइनमैन कुलदीप यादव को टीम में जगह मिल सकती है.



तेज गेंदबाजी में टीम के पास भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा के रूप में तीन विकल्प हैं.



बुरे दौर से गुजर रही है श्रीलंका 



वहीं श्रीलंका बुरे दौर से गुजर रही है. टीम में कई बदलाव हुए हैं. जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज में मात खाने के बाद एंजेलो मैथ्यूज ने कप्तानी छोड़ दी थी. तब दिनेश चांडीमल को कप्तान नियुक्त किया गया था, लेकिन बुखार के कारण वह पहले मैच में नहीं खेलेंगे. उनकी जगह अनुभवी स्पिन गेंदबाज रंगना हेराथ टीम की कमान संभालेंगे.



बल्लेबाजी में टीम मैथ्यूज, कुशल मेंडिस पर निर्भर रहेगी. भारत के लिए हालांकि यह मैदान बहुत अच्छी खबर लेकर नहीं आया है. वह यहां अपने पिछले दो टेस्ट मैच हार चुका है और अब वह पूरी कोशिश करेगा की हार की हैट्रिक से बच सके. दूसरी ओर, श्रीलंका ने यहां लगातार चार टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है.



टीमें (संभावित) :



भारत :- विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, रिद्धिमान साहा, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, अभिनव मुकुंद. 



श्रीलंका :- रंगना हेराथ (कप्तान), उपुल थरंगा, दिमुथ करुणारत्ने, कुशल मेंडिस, एंजेलो मैथ्यूज, असेला गुणारत्ने, निरोशन डिकवेला, धनंजय डी सिल्वा, दानुशिका गुणथिलका, दिलरुवान परेरा, सुरंगा लकमल, लाहिरु कुमारा, विस्वा फर्नाडा, मलिंदा पुष्पाकुमारा, नुवान प्रदीप.