बर्मिघम: भारत ने आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के अपने पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 124 रनों से बड़ी जीत हासिल की. मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने अनुभवी बल्लेबाज युवराज सिंह की अर्धशतकीय पारी की तारीफ करते हुए कहा कि उस पारी ने मैच का रुख बदल दिया था.


युवराज ने उस समय 32 गेंदों में 53 रनों की तूफानी पारी खेली जब भारतीय बल्लेबाज बड़े शॉट नहीं लगा पा रहे थे. वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने कोहली के हवाले से लिखा है, "युवराज ने जिस तरह की पारी खेली उसने मैच का रूख बदल दिया."


मैच के बाद कोहली ने कहा, "उसने हम सभी को गेंद को मारने का आत्मविश्वास दिया. उन्होंने जिस अंदाज में बल्लेबाजी की उस तरह सिर्फ वही बल्लेबाजी कर सकते हैं. लो फुलटॉस गेंद पर चौके-छक्के मारना साथ ही यॉर्कर गेंदों को भी सीमा रेखा के पार पहुंचाना शानदार था."


युवराज की तूफानी बल्लेबाजी को देखकर विराट ने कहा, "जब युवी बल्लेबाजी कर रहे थे तो नॉन स्ट्राइक एंड पर मुझे ऐसा लग रहा थी मैं कोई क्लब क्रिकेटर हूं"


इस मैच में भारत के चारों शीर्ष बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए जो एक रिकार्ड है. शिखर धवन ने 68, रोहित शर्मा ने 91 और कोहली ने नाबाद 81 रन बनाए. युवराज को मैन ऑफ द मैच चुना गया. कोहली ने इस मैच में अपने स्वभाव से विपरीत धीमी शुरुआत की और आखिर के ओवरों में तेजी से रन बटोरे.


इस पर कोहली ने कहा, "40 रनों तक मैं अपनी लय हासिल करने में लगा हुआ था और एक-दो रन ले रहा था. मैं बड़े शॉट नहीं लगा सकता था क्योंकि वह जोखिम भरा होता. हम मैदान से बाहर चार बार गए, इसलिए जो खिलाड़ी अंत तक खेलना चाहता हो उसके लिए ऐसा करना मुश्किल हो जाता है."


कोहली ने कहा, "जब युवराज आया तो फिर हम बाहर नहीं गए. वह एक छोर से बड़े शॉट लगा रहे थे इससे मेरे ऊपर दबाव कम हुआ और तब मैंने सोचा की मैं बड़े शॉट लगा सकता हूं."


कोहली ने युवराज की तारीफ करते हुए कहा, "अगर वह इस तरह खेलते हैं तो टीम हमेशा अच्छी स्थिति में होती है, क्योंकि आप उनसे उम्मीद करते हो कि वह मैदान पर आएंगे और मैच बदलने वाली पारी खेलेंगे. ऐसा हमने चार-पांच बार देखा है."