नई दिल्ली/गॉल: धवन-पुजारा समेत बल्लेबाज़ों के बेहतरीन खेल से भारत ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 600 रन बनाए हैं. पहले दिन 399 रन से आगे खेलते हुए आज भारतीय बल्लेबाज़ों ने 201 रन जोड़े और अपने बाकी बचे 7 विकेट गंवा दिए. 



भारत के लिए शिखर धवन(190), चेतेश्वर पुजारा(153), अजिंक्ये रहाणे(57) और हार्दिक पांड्या(50) ने अहम पारियां खेली. जबकि श्रीलंका के लिए स्टार गेंदबाज़ नुवान प्रदीप ने 6 विकेट चटकाते हुए अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. 



दूसरे दिन के खेल में 399 रनों से आगे खेलते हुए भारतीय टीम ने लंच से पहले ही 4 अहम विकेट गंवा दिए. चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्ये रहाणे के रूप में टीम इंडिया के दो धमाकेदार बल्लेबाज़ों ने दिन के खेल में भारत की पारी का आगाज़ किया. दोनों बल्लेबाज़ों ने शानदार तरीके से खेल शुरू किया. पहले चेतेश्वर पुजारा ने 150 रन पूरे किए. उनके बाद अजिंक्ये रहाणे ने भी अपने टेस्ट करियर का 12वां अर्धशतक पूरा किया. 



लेकिन ये दोनों बल्लेबाज़ 137 रन जोड़कर अच्छी बल्लेबाज़ी करते दिख रहे थे. तभी प्रदीप की अच्छी गेंद पर पुजारा 153 रन बनाकर चलते बने. पुजारा के बाद रहाणे भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और कुमारा की गेंद पर कैच थमाकर आउट हो गए. रहाणे ने 57 रन बनाए. 



जल्दी-जल्दी दो विकेट गंवाने के बाद आर अश्विन के साथ मिलकर साहा ने टीम के स्कोर को आगे बढ़ाया. दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर 59 रनों की साझेदारी निभाई. लेकिन इसके बाद रिद्धीमन साहा को 16 रन के स्कोर पर आउट कर कप्तान रंगना हेराथ ने इस साझेदारी को तोड़ा. हेराथ का इस टेस्ट में ये पहला विकेट था. 



साहा के विकेट के तुरंत बाद आर अश्विन प्रदीप की एक अच्छी गेंद पर 47 रन बनाकर आउट हो गए. प्रदीप ने अश्विन को आउट करने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला 5 विकेट लिया. 



इसके बाद लंच तक जडेजा और पांड्या क्रीज़ पर जमे रहे. 



लेकिन लंच के बाद भारतीय टीम ने तेज़ रफ्तार में खेलना शुरू किया. लेकिन लंच के बाद रविन्द्र जडेजा जल्दी ही प्रदीप की गेंद पर बोल्ड हो गए. जडेजा के बाद मोहम्मद शमी ने कुछ अच्छे हाथ दिखाए और अंत में पांड्या के साथ मिलकर 30 रनों का अहम योगदान दिया. लेकिन पारी की रफ्तार को बढ़ाने की कोशिश में शमी कुमारी की गेंद पर कैछ थमा बैठे. 



इसके बाद हार्दिक पांड्या एक छोर से जमे रहे और अपने पहले टेस्ट में ही अर्धशतक जमाकर भारतीय टीम के स्कोर को बढ़ाया. अंत में टीम का स्कोर 600 रनों पर पहुंचते ही हार्दिक पांड्या भी अपना सब्र खो बैठे और अपना विकेट गंवा दिया.