Richa Ghosh Wants To Finisher: ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में भारत की ऋचा घोष ने ताबड़तोड़ बैटिंग करते हुए 13 गेंद पर 26 रन बनाए थे. उनकी इस पारी के चलते भारतीय टीम मैच टाई करने में सफल रही. एमएस धोनी को अपना आदर्श मानने वाली ऋचा घोष ने पिछले मैच में अपनी फिनिशर की भूमिका को याद किया. इस दौरान उन्होंने कहा, उनके पास पावर हिटिंग का कौशल स्वाभाविक रूप है. रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने अपनी धुआंधार पारी में 3 छक्के लगाए थे. हालांकि यह मुकाबला भारत ने सुपर ओवर में जीता.
खत्म करके आऩा
ऋचा घोष ने मुंबई में तीसरे मैच की पूर्व संध्या पर बात करते हुए कहा, स्मृति दीदी ने मुझसे बोला था कि खत्म करके आऩा. मैंने वही किया. ऋचा के मुताबिक, मैं हमेशा पावर हिटिंग पर फोकस करती हूं. मैंने इस पर कड़ी मेहनत की है और मानसिक मजबूती पर भी ध्यान दिया है. यह सब हमारे प्लान के मुताबिक हुआ. ऋचा ने आगे कहा, मैं हमेशा अंत तक क्रीज पर टिक कर अपनी टीम के लिए जीत हासिल करना चाहती हूं. मेरा आइडिया यह था कि मध्य ओवरों में रन गति बनाए रखी जाए ताकि स्लॉग ओवर्स में हमें कड़ी मेहनत न करनी पड़े.
एमएस धोनी हैं आदर्श
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की इस आक्रामक बल्लेबाज के आदर्श कोई और नहीं एमएस धोनी हैं.. उनका कहना है कि वह धोनी खेलते हुए देख बड़ी हुई हैं. सिलीगुड़ी से ताल्लुक रखने वाली ऋचा घोष ने कहा, मैं बचपन से ही एमएस धोनी को फॉलो करती थी कि वह कैसे मैच फिनिश करते हैं. मेरे पिता ने भी मेरे पावर हिटिंग कौशल को सुधारने में मदद की. वह मेरे साथ रोज जाते थे. वह सफल क्रिकेटर नहीं बन सके. इसलिए मेरा सपना साकार करने के लिए वह पूरा समर्थन कर रहे हैं.
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