रविचनद्रन अश्विन(67 पर 4) की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका की पहली पारी 205 रन पर समेट दी. अश्विन के अलावा रवीन्द्र जडेजा और टीम में वापसी करने वाले इशांत शर्मा ने तीन-तन विकेट लिए.


श्रीलंका की ओर से दिमुथ करुणारत्ने(51) और कप्तान दिनेश चांदीमल(57) ही कुछ देर संघर्ष कर पाए. विदर्भ क्रिकेट स्टेडियम में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन उनका ये फैसला दिन खत्म होते होते गलत साबित हुआ. पहले सेशन से ही टीम ने अतिरिक्त प्रेशर ले लिया और धीमी बल्लेबाजी की. लंच तक टीम ने तक दो विकेट के नुकसान पर 27 ओवरों में सिर्फ 47 रन ही बनाए थे.


उसका पहला विकेट 4.5 ओवर में 20 के कुल स्कोर पर सादिरा समाराविक्रमा (13) के रूप में गिरा.


मोहम्मद शमी के चोटिल होने के बाद इस मैच में उतरे इशांत ने समाराव्रिकमा को चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराया. इसके बाद मेहमान टीम की रनगति और धीमी हो गई है.


भारतीय गेंदबाज पूरी तरह से हावी थे. अश्विन ने भारत को दूसरी सफलता दिलाई. उन्होंने लाहिरू थिरिमाने (9) को बोल्ड कर श्रीलंका को दूसरा झटका दिया. 26वें ओवर के रूप में अपना पहला ओवर लेकर आए रवींद्र जडेजा ने दिमुथ करुणारत्ने को ऋद्धिमान साहा के हाथों स्टम्पिंग कराते हुए भारत को तीसरी सफलता दिला दी थी, लेकिन यह नो बॉल निकली.


दूसरे सेशन में टीम ने कुछ हाथ खोले लेकिन एक बार फिर दो विकेट गंवाए. लंच के बाद तीसरे ओवर में ही जडेजा ने टीम के अनुभवी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (10) को आउट कर टीम को बड़ा झटका दिया.


करुणारत्ने (51) ने यहां से कप्तान चांदीमल के साथ चौथे विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन इशांत ने 51वें ओवर की आखिरी गेंद पर करुणारत्ने को LBW आउट कर मेहमान टीम को बड़ा झटका दिया. श्रीलंका के लिए तीसरा और अंतिम सेशन ज्यादा खतरनाक रहा, दिन ढलते-ढलते टीम के सभी छह विकेट सिर्फ 54 रन जोड़कर पवेलियन लौट गई.