कोलकाता: घरेलू क्रिकेट चंद्रकांत पंडित को ‘खडू़स’ मुंबईकर के रूप में जाना जाता है जो अपनी भावनाओं को जाहिर नहीं करते लेकिन कर्नाटक को हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाने बाद प्रफुल्लित कोच को देखकर विदर्भ के रजनीश गुरबानी की आंखों में आंसू आ गए.
गुरबानी ने सेमीफाइनल में दूसरी पारी में सात विकेट चटकाए जिससे विदर्भ ने कर्नाटक को पांच रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली.
निजी तौर पर भारत के पूर्व विकेटकीपर पंडित का यह मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) को भी जवाब है जिन्होंने पिछले साल टीम के फाइनल में जगह बनाने के बावजूद उन्हें कोच के पद से हटा दिया था.
मैच में 12 विकेट चटकाने वाले गुरबानी ने कहा, ‘‘अंतिम विकेट लेने के बाद मैं काफी भावुक हो गया और चंदू सर (पंडित का उपनाम) की प्रतिक्रिया देखने के बाद मेरी आंखों में आंसू आ गए. पंजाब के खिलाफ लीग चरण में पहले मैच से लेकर आज तक मैंने अपने रूटीन में कोई बदलाव नहीं किया.’’ अंतिम दिन से पहले की रात गुरबानी बामुश्किल सो पाए.
उन्होंने कहा, ‘‘पूरी रात मैं काफी नर्वस था, सबसे पहले मैं साढ़े 12 बजे उठा, मुझे लगा कि सुबह के छह बज गए. इसके बाद मैं साढ़े चार बजे उठा और फिर नहीं सो पाया. मैं पांच बजे उठ गया और छह बजे से पहले ही तैयार हो गया. दो बार क्वार्टर फाइनल में हार के बाद हम इस साल फाइनल में पहुंचने को लेकर प्रतिबद्ध थे.’’
गुरबानी उन नए क्रिकेटरों में शामिल हैं जो शिक्षा को भी तवज्जो दे रहे हैं जैसा पिछले दशक के दौरान देखने को नहीं मिला.
गुरबानी क्वालीफाइड सिविल इंजीनियर हैं जिन्होंने बीई की परीक्षा 68 प्रतिशत अंक के साथ पास की. उन्होंने अंतिम सैमेस्टर पूरा करने के बाद ही अपना पहला लिस्ट ए मैच खेला. इस सैमेस्टर में उन्होंने 80 प्रतिशत अंक हासिल किए.
इस तेज गेंदबाज के पिता रेलवे इंजीनियर हैं और उन्होंने कभी उन्हें किसी सैमेस्टर में हिस्सा नहीं लेने की स्वीकृति नहीं दी.
नयी गेंद के अपने जोड़ीदार उमेश यादव के संदर्भ में गुरबानी ने कहा कि भारत के इस अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज के साथ गेंदबाजी की शुरुआत करना सपना साकार होने की तरह था.
उन्होंने कहा, ‘‘उमेश यादव की मौजूदगी से मुझे बड़ी मदद मिली और उमेश भैया के साथ गेंदबाजी की शुरुआत करना मेरा सपना था. वह एक छोर से काफी तेज गेंद कर रहे थे और उन्हें गेंदबाजी करते देखकर मैं काफी सहज महसूस कर रहा था. उमेश यादव मेरे आदर्श हैं और वह मेरे पसंदीदा तेज गेंदबाज हैं.’’
‘खडू़स’ चंदू सर को देखकर मेरे आंसू निकल आए: गुरबानी
ABP News Bureau
Updated at:
21 Dec 2017 02:21 PM (IST)
घरेलू क्रिकेट चंद्रकांत पंडित को ‘खडू़स’ मुंबईकर के रूप में जाना जाता है जो अपनी भावनाओं को जाहिर नहीं करते लेकिन कर्नाटक को हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाने बाद प्रफुल्लित कोच को देखकर विदर्भ के रजनीश गुरबानी की आंखों में आंसू आ गए.
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