(फोटो क्रेडिट: ट्विटर नाथू सिंह)


कोलकाता: विराट कोहली की आक्रामकता और भारतीय तेज गेंदबाजी टीम की सलाह उभरती युवा प्रतिभा नाथू सिंह को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी 10वें सीजन में प्रेरणा देगी. राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले नाथू को आईपीएल फ्रेंचाइजी गुजरात लायंस ने अपनी टीम में शामिल किया है. नाथू चाहते हैं कि लीग में अपने पहले मैच में वह ऐसा प्रदर्शन करें कि कोई उसे कभी भूल न पाए.



नाथू ने कहा, "मैं अपने पदार्पण को विशेष बनाना चाहता हूं. लोगों को मेरा पहला मैच याद रहना चाहिए." उन्होंने कहा, "ऐसा करने के लिए मैं विराट भईया के जैसा जुनून और आक्रामकता दिखाना चाहता हूं साथ ही मैंने ईशांत शर्मा, उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार से टीम के साथ रहते हुए जो कुछ भी सीखा है उसे उपयोग में लेना चाहूंगा." नाथू ऑस्ट्रेलिया सीरीज शुरू होने से पहले भारतीय टीम के साथ थे.



राजस्थान के अनिकेत चौधरी और केरल के बी. थाम्पी, नाथू के अलावा दो ऐसे तेज गेंदबाज हैं जो 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकते हैं. ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले इन तीनों को भारतीय टीम के साथ समय बिताने का समय मिला था. इन्हें टीम में बल्लेबाजों को मिशेल स्टार्क, जोस हेजलवुड जैसे गेंदबाजों के खिलाफ तैयार करने की रणनीति से बुलाया गया था.



नाथू ने कहा, "पहले मैं आराम से गेंदबाजी करता था, लेकिन भारतीय टीम और विराट भईया के साथ समय बिताने से मैंने काफी आक्रामकता सीखी है." उन्होंने कहा, "मैंने उनसे यही सीखा है. वह जब भी नेट्स पर बल्लेबाजी करते हैं तो काफी आक्रामक होते हैं. वह हर गेंद पर अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं. वह बल्लेबाज हैं और मैं गेंदबाज हूं."



उन्होंने कहा, "लेकिन मैं इस चीज में उनका अनुकरण करना चाहता हूं. मेरा यकीन मानिए मैं तब से काफी तेज और अच्छी लैंथ से गेंदबाजी कर रहा हूं और वो भी निरंतरता के साथ. उन्हें देखकर मैं काफी प्रभावित हुआ हूं."



नाथू बताते हैं, "ईशांत और उमेश ने भी मुझे उस क्षेत्र में मदद की जहां मुझे जरूरत है. उन्होंने मुझे पिच अच्छे से गेंद पटकने को कहा साथ ही स्विंग के बारे में न सोचने की सलाह दी." पिछले सीजन में नाथू को मुंबई इंडियंस 3.2 करोड़ रुपये की लागात में खरीदा था. लेकिन चोट के कारण नाथू आईपीएल से दूर हो गए थे.



इस बार उन्हें सुरेश रैना की कप्तानी वाली गुजरात ने 50 लाख रुपये की कीमत में खरीदा है.  नाथू ने पहली बार राष्ट्रीय टीम के साथ वक्त बिताने पर कहा, "मैं जल्द ही भारत के लिए खेलना चाहता हूं. मैं शुरुआत में उस प्रक्रिया में अपने आप को ढाल नहीं पाया था."



उन्होंने कहा, "अनिल कुंबले सर ने मुझसे बात की और मुझे बताया कि मुझे कहां काम करने की जरूरत है. संजय बांगर सर ने भी गेंदबाज न होते हुए भी मेरी मदद की. टीम के साथ समय बिताना, ब्रैकफास्ट पर चर्चा करना मेरे लिए अच्छा अनुभव रहा." नाथू के पिता मजदूर हैं और महज आठ हजार रूपये महीने कमाते हैं.



नाथू ने कहा, "विराट भईया प्रोत्साहन देते हैं. वह युवाओं का समर्थन करते हैं और उन्हें बेहद पसंद भी करते हैं. हमें कभी नहीं लगा कि हम बाहर से आए हैं. हमें ऐसा महसूस कराया गया जैसे की हम टीम के ही सदस्य हैं." नाथू ने कहा कि आईपीएल उनके लिए अपने आप को साबित करने का मौका है.