नई दिल्ली/कोलकाता: राहुल त्रिपाठी के शानदार अर्धशतक की मदद से पुणे ने कोलकाता को 4 विकेट से हराया. गेंदबाज़ों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद बल्लेबाज़ों के जौहर से पुणे ने कोलकाता के ईडन गार्डेन्स मैदान पर हराकर प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को ज़िंदा कर लिया. शानदार बल्लेबाज़ी का नमूना पेश करते हुए पुणे की टीम ने इस मुकाबले को 6 विकेट गंवाकर अपने नाम किया. 



टॉस जीतकर राइज़िंग पुणे सुपरजाएंट ने केकेआर को पहले बल्लेबाज़ी के लिए बुलाया. गेंदबाज़ों के दमदार खेल से केकेआर की टीम 20 ओवरों में महज़ 155 रन ही बना सकी. 155 रनों के जवाब में बल्लेबाज़ी करने उतरी पुणे की टीम को दूसरे ओवर में उमेश यादव ने रहाणे के रूप में बड़ा झटका दिया. रहाणे महज़ 11 रन बनाकर वापस पवेलियन लौट गए. रहाणे के विकेट के बाद राहुल त्रिपाठी ने तेज़ हाथ दिखाने शुरू किए और कप्तान स्मिथ के साथ टीम को 50 रनों के पार पहुंचा दिया. 



लेकिन इसके बाद पारी के 5वें ओवर में स्टीव स्मिथ, वोक्स की गेंद पर 9 रन बनाकर बोल्ड हो गए. पुणे की टीम ने पावरप्ले के पहले 6 ओवरों में 74 रन बनाए जो कि उनका आईपीएल में सबसे बड़ा स्कोर भी है. पावरप्ले खत्म होने के बाद मनोज तिवारी के रूप में टीम को तीसरा झटका लगा. तिवारी भी 8 रन बनाकर वोक्स की गेंद पर बोल्ड हुए. 



तिवारी के विकेट के बाद राहुल ने स्टोक्स के साथ मिलकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया लेकिन जीत से पहले स्टोक्स भी 14 रन के स्कोर पर सुनील नारायण का शिकार बन गए और फिर धोनी भी ज्यादा देर नहीं टिक सके. अंतिम ओवरों में धोनी के बाद राहुल त्रिपाठी का विकेट गंवाने के बाद पुणे की टीम मुश्किल में फंसी लेकिन उस वक्त तक कोलकाता की टीम के लिए काफी देर हो चुकी थी और अंत में डेन क्रिस्चयन ने शानदार छक्के लगाते हुए टीम को जीत तक पहुंचाया. 



राहुल त्रिपाठी ने महज़ 52 गेंदों पर 7 गगनचुम्भी छक्के और 9 चौको के साथ 93 रनों की आतिशी पारी खेली. 



केकेआर के लिए क्रिस वोक्स ने 3, जबकि सुनील नारायण, कुलदीप यादव और उमेश यादव ने 1-1 विकेट चटकाया. 



इससे पहले पिछले कुछ मैचों से अपनी बल्लेबाजी से रनों की झड़ी लगाने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स आज 155 तक ही सीमित रह गई. पुणे ने उसे 20 ओवरों में आठ विकेट पर 155 रनों से आगे नहीं जाने दिया.



पुणे के गेंदबाजों ने कोलकाता के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को शुरू से ही रोके रखा. पहले ओवर की आखिरी गेंद तक टीम का खाता भी नहीं खुला था कि सुनील नरेन, जयदेव उनादकट की गेंद पर उन्हें ही कैच दे बैठे.



अपने जोड़ीदार रॉबिन उथप्पा की गैरमौजूदगी में कप्तान गौतम गंभीर पर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी थी. वह 19 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 24 रन बनाने के बाद वॉशिंगटन सुंदर का शिकार बने. गंभीर का विकेट 40 रनों के कुल योग पर गिरा.



गंभीर से पहले शेल्डन जैक्सन (10) सुंदर की गेंद पर ही हिट विकेट होकर पवेलियन लौट चुके थे. युसूफ पठान चार रनों का ही योगदान दे सके. मनीष पांडे (37) और कोलिन डी ग्रांडहोमे (36) ने यहां से छठे विकेट के लिए पांच ओवरों में 48 रन जोड़े. 103 के कुल स्कोर पर पांडे को डेनियल क्रिस्टियन ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया.



कोलिन भी कुछ देर बाद उनादकट की गेंद पर सुंदर के हाथों लपके गए. उन्होंने 19 गेंदों में तीन चौके और दो छक्कों की मदद से तेज तर्रार पारी खेली. क्रीज पर इस समय सूर्यकुमार यादव और क्रिस वोक्स (1) थे. वोक्स कुछ कर पाते इससे पहले ही रन आउट हो गए.



सूर्यकुमार ने 19वें ओवर में उनादकट पर दो लगातार चौके और एक छक्का जड़ा. इसी ओवर में नाथन कल्टर नाइल (6) ने भी एक छक्का मारा. नाइल आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स का शिकार बने. स्टोक्स ने आखिरी ओवर में सिर्फ चार रन दिए. सूर्यकुमार 16 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाकर 30 रनों के साथ नाबाद लौटे. उनके साथ उमेश यादव भी दो रनों पर नाबाद रहे.



पुणे की तरफ से उनादतकट और सुंदर ने दो-दो विकेट लिए. स्टोक्स, इमरान ताहिर, क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली.