बेंगलुरू: 11 अप्रेल को अपने पिता के निधन के बाद मैदान पर दमदार वापसी करते हुए मनोज तिवारी ने पुणे की टीम को जीत दिलाई. मनोज तिवारी की तेज़ तर्रार 27 रनों की पारी और गेंदबाजों के शानदार प्रदशर्न के दम पर राइजिंग पुणे सुपरजाएंट टीम ने रविवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण के राउंड रोबिन लीग मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर टीम को 27 रनों से हरा दिया.



आईपीएल के अपने इतिहास में राइज़िंग पुणे सुपरजाएंट की टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए आज पहला मुकाबला जीता. उन्होंने आईपीएल में 10 बार पहले बल्लेबाज़ी की है जिसमें उन्हें पहली बार जीत मिली. जबकि 9 बार पुणे की टीम को हार का सामना करना पड़ा. 



रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर टीम को जीतने के लिए 162 रन बनाने की जरूरत थी लेकिन वह 20 ओवरो में 9 विकेट पर 134 रन ही बना सकी. पुणे ने बेंगलोर के खिलफ उसके घर में सबसे न्यूनतम स्कोर का बचाव किया है. यह पांच मैचों में उसकी दूसरी जीत है जबकि बेंगलोर की इतने ही मैचों में चौथी हार है.



गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन के कारण पुणे को 161 रनों पर रोकने वाली बेंगलोर टीम की शुरुआत खराब रही. मंदीप सिंह (0) 14 के कुल योग पर पवेलियन लौट गई. इसके बाद कप्तान विरा कोहली (28) ने अब्राहम डिविलियर्स (29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 27 रन जोड़े.



कोहली का विकेट 41 के कुल योग पर गिरा. कोहली ने 19 गेंदों पर 3 चौके और एक एक छक्का लगाया. कोली की विदाई के बाद केदार जाधव (18) डिविलियर्स के साथ पारी को आगे बढ़ाना शुरू किया लेकिन इस बार डिविलियर्स ही साथ छोड़ गए.



डिविलियर्स का विकेट 70 के कुल योग पर गिरा जबकि जाधव 91 के कुल योग पर आउट हुए. डिविलियर्स ने 30 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए जबकि जाधव ने गेंद को एक बार भी सीमा रेखा के बाहर नहीं पहुंचा सके.



शेन वॉटसन (14) भी कुछ खास नहीं कर सके और 101 के कुल योग पर बेन स्टोक्स का शिकार होकर पवेलियन लौटे.



अब दारोमदार स्टुअर्ट बिन्नी (18) औरोप्वन नेगी (11) पर था लेकिन रन औसत के बढ़ते दबाव ने इनका संयम और हौसला खत्म कर दिया. नेगी इस दबाव का पहला शिकार हुए और 123 के कुल योग पर पवेलियन लौटे. नेगी ने सात गेंदों पर एक छक्का लगाया.



इसके बाद 125 के कुल योग पर बिन्नी भी लौट गए. बिन्नी ने 8 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया. सैमुएल बद्री (0) को जयदेव उनादकत ने खाता नहीं खोलने दिया जबकि एडम मिलने (2) को स्टोक्स ने आउट किया. श्रीनाथ अरविंद 6 और युजवेंद्र चहल 1 रन पर नाबाद लौटे.



पुणे की ओर से स्टोक्स और शादुर्र्ल ने तीन-तीन विकेट लिए. स्टोक्स ने अपनी कीमत अदा करते हुए 18 रन खर्च किए और अपनी टीम को दूसरी जीत और ढेर सारा मनोबल दिलाया. यहां कहना गलत नहीं होगा कि इस जीत में तिवारी का अहम किरदार है क्योंकि अंतिम समय में उन्होंने तेजी से 27 रन बनाकर स्कोर 161 तक पहुंचाया और संयोग से उनकी टीम इतने ही रनों के अंतर से जीती. 





इससे पहले, टॉस जीतकर गेंदबाजी करने उतरी बेंगलोर की टीम ने पुणे को निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 161 रनों पर सीमित किया.



इस साल नए कप्तान की देखरेख में खेल रही पुणे टीम के लिए अजिंक्य रहाणे ने 30, राहुल त्रिपाठी ने 31, कप्तान स्टीवन स्मिथ ने 27 और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 28 रन बनाए.



रहाणे और राहल ने पहले विकेट के लिए 46 गेंदों पर 63 रन जोड़े. सबसे पहले रहाणे आउट हुए. रहाणे को सैमुएल बद्री ने बोल्ड किया. रहाणे ने 25 गेंदों पर पांच चौके लगाए.



राहुल ने रहाणे से तेज बल्लेबाजी की और 23 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाने में सफल रहे. उनका विकेट 69 के कुल योग पर गिरा.



धोनी एक बार फिर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे. धोनी ने 25 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया. उन्होंने कप्तान के साथ तीसरे विकेट के लिए हालांकि 58 रनों की अहम साझेदारी निभाई. धोनी का विकेट 127 के कुल योग पर गिरा.



इसी योग पर स्मिथ भी पवेलियन लौट गए. स्मिथ ने 24 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए. धोनी को शेन वॉटसन ने आउट किया जबकि स्मिथ को श्रीनाथ अरविंद ने चलता किया. अरविंद यही नहीं रुके और 129 के कुल योग पर डेनियल क्रिस्टीयन (1) को चलता किया.



अरविंद ने चार ओवरों में 29 रन खर्च करते हुए दो सफलता हासिल की. एडम मिलने ने 130 के कुल योग पर बेन स्टोक्स (2) को आउट किया और फिर इसी योग पर शार्दुल ठाकुर (0) को भी पवेलियन की राह दिखाई. यह उनकी दूसरी सफलता थी.



अंतिम समय में मनोज तिवारी ने 11 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 27 रन बनाकर अपनी टीम को एक लिहाज से सम्मानजनक योग तक पहुंचाया. तिवारी पारी की अंतिम गेंद पर रन आउट हुए.