IPL 2018: केकेआर से टूटा नाता तो ऑक्शन से पहले भावुक हुए गंभीर!
साल 2011 भारतीय क्रिकेट और टीम के ओपनर गौतम गंभीर के लिए बेहद खास रहा. एक तरफ जहां भारतीय टीम 28 साल बाद विश्व विजेता बनी तो वहीं गंभीर ने इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाईट राइडर्स का दामन थामा. अपनी कप्तानी में टीम को दो बार टीम को चैंपियन बनाया.
साल 2011 भारतीय क्रिकेट और टीम के ओपनर गौतम गंभीर के लिए बेहद खास रहा. एक तरफ जहां भारतीय टीम 28 साल बाद विश्व विजेता बनी तो वहीं गंभीर ने इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाईट राइडर्स का दामन थामा. अपनी कप्तानी में टीम को दो बार टीम को चैंपियन बनाया.
सात साल बाद दोनों ही टीम से गंभीर बाहर हैं. पहले उनकी दिलचस्पी इस बात में नहीं थी कि उन्हें कौन सी फ्रेंचाइजी अपने साथ जोड़ती है लेकिन अब गंभीर ने अपना लक्ष्य बना लिया है. गंभीर अब किसी भी टीम में एक खिलाड़ी के साथ मेंटर बनना चाहते हैं ताकि युवाओं के साथ अपना अनुभव बांट सके.
गंभीर ने 27 और 28 जनवरी को बेंगलुरू में होने वाली नीलामी से पहले कहा, ‘‘2011 में, मुझे याद है कि यह जनवरी का महीना था और तब मेरी चिंता बस यही थी कि मुझे उस वर्ष होने वाले 50 ओवर के विश्व कप के लिए चुना जाता है या नहीं. यह नीलामी के दिन ही था, मुझे चिंता हो रही थी. अब सात साल बाद मेरा जीवन और क्रिकेट के प्रति रवैया काफी व्यापक हो गया है. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने करियर के उस फेज में हूं जहां मैं सीनियर खिलाड़ी होना चाहता हूं, युवा क्रिकेटरों का मेंटर होना चाहता हूं. भले ही यह केकेआर के लिए हो या फिर सनराइजर्स, दिल्ली और मुंबई के लिए, मुझे इससे कोई परेशानी नहीं है.’’
गंभीर के लिए केकेआर का साथ एक भावनात्मक रिश्ता है और उन्होंने स्वीकार किया कि अगर वह दोबारा पर्पल जर्सी नहीं पहनते हैं तो उनके लिये काफी मुश्किल होगा. फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया है.
गंभीर ने कहा, ‘‘हां, यह काफी मुश्किल होगा क्योंकि केकेआर ने बतौर बल्लेबाज, कप्तान और व्यक्ति के तौर पर मुझे व्यक्त करने का मंच प्रदान किया. लेकिन अंत में मैं केकेआर के फैसले का सम्मान करता हूं, उनके इस कदम के पीछे कुछ मजबूत कारण होंगे जो उन्होंने मुझे बताये और मुझे इससे कोई परेशानी नहीं है. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दिल में उनके लिये कोई द्वेष नहीं है, शायद मेरे लिये कोई नयी चुनौती इंतजार कर रही है. मुझे इन चुनौतियों को स्वीकार करने में खुशी होगी. देखते हैं क्या होता है.