इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन के 42वां मुकाबले को लंबे समय तक याद रखा जाएगा. याद रखने के पीछे दो बड़ी वजहें होंगी. एक तरफ जहां अर्से तक ऋषभ पंत(63 गेंद में 128 रन) की धमाकेदार नाबाद तूफानी शतकीय पारी की गूंज होगी तो दूसरी तरफ भारत के सबसे बेहतरीन गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की पटरी से उतरी गेंदबाजी. दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मुकाबला जीतना बेहद अहम था. खराब और धीमी शुरुआत के बाद पंत ने ऐसी पारी खेली कि किसी को भी यकीन नहीं हुआ.


पिछले सीजन में भी उन्होंने गुजरात लॉयन्स के खिलाफ ऐसी ही पारी खेली थी जिसे भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आईपीएल इतिहास की सबसे बेहतरीन पारी करार दिया था. उस पारी में पंत शतक से चूक गए थे लेकिन इस बार उनका बल्ला अंत तक नहीं रुका. पंत ने आईपीएल में अपना पहला शतक जड़ते हुए 63 गेंद में 15 चौकों और 7 छक्कों की मदद से नाबाद 128 रन बनाये जो इस सीजन में किसी बल्लेबाज का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर भी है. उन्होंने 19वें ओवर की पहली गेंद पर सिद्धार्थ कौल को चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया.


पंत की इस पारी को देखने के बाद पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने उनकी तुलना आईपीएल इतिहास के पहले मुकाबले में ब्रैंडन मैक्कलम के बल्ले से निकली शतकीय पारी से कर दी. उन्होंने लिखा, 2008 में मैक्कलम(73 गेंद 158 रन) ने जैसी पारी खेली थी पंत की पारी बिलकुल वैसी ही रही.






पंत की ये पारी आईपीएल में अब तक का तीसरा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर भी है.


पंत की शतकीय पारी की बदौलत दिल्ली ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ पांच विकेट पर 187 रन बनाए.


आईपीएल के इस सीजन में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी कर रहे सनराइजर्स के सारे गेंदबाजों की पंत ने जमकर बखिया उधेड़ी. भारतीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे पंत ने आज मैदान के चारों ओर जमकर शॉटस खेले. भुवनेश्वर ने चार ओवर में 51 और सिद्धार्थ कौल ने 48 रन दे डाले और दोनों को विकेट नहीं मिली. भुवनेश्वर के आखिरी ओवर में पंत ने तीन छक्के और दो चौके समेत 26 रन बना डाले.


दिल्ली ने आखिरी दस ओवर में 135 रन बनाए. जबकि आखिरी चार ओवरों में पंत ने 18 गेंद खेली और 59 रन बनाए.