इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम सनराइजर्स हैदराबाद के युवा ऑलराउंडर दीपक हुड्डा का मानना है कि टीम के नए कप्तान न्यूजीलैंड के केन विलियमसन अच्छे कप्तान साबित होंगे और टीम उनके मार्गदर्शन में अच्छा प्रदर्शन करेगी.


ऑस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर को केपटाउन टेस्ट में बॉल टेम्परिंग विवाद के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने 12 महीनों के लिए बैन कर दिया जिसके बाद बीसीसीआई ने भी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.


वार्नर को हटाए जाने के बाद फ्रेंचाइजी ने न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम के कप्तान विलियमसन को कप्तान बनाया है. वार्नर की कप्तानी में ही सनराइजर्स ने 2016 का खिताब जीता था.


दीपक ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि वार्नर अच्छे कप्तान थे लेकिन उन्हें उम्मीद है कि विलियमसन के नेतृत्व में भी टीम शानदार प्रदर्शन करेगी.


दीपक ने कहा, "डेविड वार्नर अच्छे कप्तान थे, लेकिन केन विलियमसन भी अच्छे कप्तान साबित होंगे. दो साल से वो भी टीम के साथ हैं. वो भी खिलाड़ियों को जानते हैं. हम उनके रहते आत्मविश्वास महसूस कर रहे हैं. वो अपनी देश की टीम के कप्तान हैं, इससे ज्यादा और क्या चाहिए."


आईपीएल के पिछले सीजन में टीम खिताब बचाने की दावेदार मानी जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं कर पाई. दीपक को लगता है कि पिछली बार टीम में जो कमी थी वो इस सीजन में नहीं है और इस बार टीम पहले से बेहतर प्रदर्शन करेगी.


बकौल दीपक, "हमारी टीम अच्छी है. पिछले सीजन में टीम में जो कमियां थीं वो इस बार नहीं लग रही हैं और टीम पूरी लग रही है. मेरे हिसाब से टीम काफी अच्छी है और हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे."


दीपक को दो बार भारतीय टीम में चुना गया था. वह पिछले साल दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई तीन टी-20 मैचों की सीरीज में पहली बार टीम में जगह बनाने में सफल रहे थे. वहीं इसी साल निदास ट्रॉफी में भी वह राष्ट्रीय टीम का हिस्सा थे. हालांकि प्लेइंग इलेवन में उन्हें जगह नहीं मिल पाई.


इस पर दीपक ने कहा कि उनके हाथ में सिर्फ अंतिम-15 में जगह बनाना है.


उन्होंने कहा, "प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना, सब समय की बात है. जब लिखा होगा तब मिलेगा. मेरे हाथ में 15 खिलाड़ियों में शामिल होना है. इसके बाद टीम मैनेजमेंट को देखना होता है कि उन्हें क्या चाहिए. उस हिसाब से मैं फिट नहीं बैठा होऊंगा. लेकिन, मौके कम नहीं हैं. आगे मौके मिलते रहेंगे, बस उन्हें भुनाना है. आईपीएल अच्छा मौका है."


दो बार भारतीय टीम का हिस्सा बनने पर क्या सीखने को मिला? इस सवाल के जवाब में 22 साल के इस युवा खिलाड़ी ने कहा, "मुझे सीखने को मिला कि वो (सीनियर खिलाड़ी) कैसे अपने आप को तैयार करते हैं. वो लोग काफी पेशेवर हैं. वो अपनी डाइट को लेकर काफी गंभीर हैं. टीम में काफी आत्मविश्वास है. वो प्रतिबद्ध रहते हैं कि बुरी परिस्थिति में भी हमको अच्छा खेलना है, कहां सुधार कर सकता हूं, मेरा टीम में क्यो रोल है. कैसे मैं बेहतर खिलाड़ी बन सकता हूं."


दीपक का निकनेम हरिकेन है. यह नाम उन्हें क्यों और किसने दिया इस पर दीपक ने कहा, "अंडर-19 में जब खेल रहा था तब हमारे कोच आर. श्रीधर ने मुझे यह नाम दिया था. कारण यह था कि मैं मध्य क्रम में बल्लेबाजी करता था और मैच फीनिश करता था. तो जिस तरह हरिकेन शांत रहता है लेकिन परिस्थिति के आते ही वह चीजों को बदल देता है, उसी के कारण हरिकेन नाम दिया."


सनराइजर्स से पहले दीपक राजस्थान रॉयल्स में थे जहां उनके मेंटॉर राहुल द्रविड़ थे. वहीं सनराइजर्स में उनके मेंटॉर वीवीएस. लक्ष्मण हैं. दोनों के बारे में पूछने पर कहा कि दोनों एक जैसे हैं लेकिन समझाने का तरीका अलग है.

उन्होंने कहा, "दोनों एक तरह के हैं. दोनों शांत रहते हैं. राहुल सर के साथ काफी मजा आया, उतना ही मजा लक्ष्मण सर के साथ आया. दोनों मानसिक तैयारी पर जोर देते हैं. हां, दोनों का समझाने का तरीका थोड़ा अलग है."

दीपक की नजरें इस आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन कर एक बार फिर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने पर हैं.