नई दिल्ली: आईपीएल 2018 में गेंदबाजों ने दिल्ली डेयरडेविल्स के पहले घरेलू मैच में जीत की नींव रख दी थी, लेकिन बल्लेबाजों ने उसे बेहद निराश किया और सोमवार को उसे फिरोज शाह कोटला मैदान पर किंग्स इलेवन पंजाब ने चार रनों से हरा दिया.


दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और उनके गेंदबाजों ने पंजाब को 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 143 रनों पर ही रोक दिया. लग रहा था दिल्ली आसानी से यह लक्ष्य हासिल कर लेगी और अपने घरेलू अभियान की शुरूआत जीत के साथ करेगी, लेकिन हुआ इससे उल्टा. दिल्ली 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 139 रन ही बना सकी.


लेकिन आखिरी ओवर में जो कुछ भी घटा किसी की भी धड़कने बड़ाने के लिए काफी था. इस दौरान जितना प्रेशर फैंस पर था उससे कहीं ज्यादा प्रेशर मैदान पर मौजूद खिलाड़ियों पर था. लेकिन इसी बीच मैच में एक ऐसा लम्हा आया जिसने दिल्ली की झोली से मैच को छीनकर पंजाब के खाते में डाल दिया.


आइये जानें कब पलट गया मैच:
पारी के 18 ओवर खत्म होने के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम आसानी से मुकाबला जीतती नज़र आ रही थी. हालांकि 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर दिल्ली ने राहुल तेवतिया का विकेट गंवा दिया था. लेकिन 18 ओवर खत्म होने के बाद दिल्ली को जीत के लिए 12 गेंदों में 21 रनों की दरकार थी. जबकि उसके सबसे सफल बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर और एंड्र्यू टाय क्रीज़ पर मौजूद थे.


जहां अय्यर बेहतरीन बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं. वहीं प्लंकेट ने टी20 ब्लास्ट में अपनी टीम यॉर्कशायर के लिए कई अहम पारियां खेली हैं. लेकिन 19वां ओवर फेंकने से ठीक पहले पंजाब के खेमे में लंबी मंत्रणा हुई. कप्तान अश्विन के पास बरिंदर सरन और मुजीब उर रहमान के रूप में दो स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ बचे थे. उन्हें इनमें से किसी एक से 19वां और किसी एक से 20वां ओवर करवाना था.


लेकिन कप्तान अश्विन ने साथी खिलाड़ियों के साथ विचार कर सरन को 19वां ओवर डालने के लिए. सरन के हाथ में गेंद देने के बाद उनके पास टीम के पांच खिलाड़ी आकर जमा हो गए. सभी इस नाज़ुक घड़ी में गेंदबाज़ और कप्तान से चर्चा करते दिखे. इसके बाद रणजी में पंजाब टीम में सरन के कप्तान रहे युवराज सिंह ने उन्हें चर्चा की और उन्हें कुछ समझाया.


इसके बाद सरन ने 19वां ओवर फेंका. इस ओवर में उन्होंने बेहतरीन गेंदबाज़ी और प्लंकेट के विकेट समेत महज़ 4 रन दिए. मैच बनाने या बिगाड़ने वाले 19वें ओवर ने मैच दिल्ली की पकड़ से दूर कर दिया. जिसके बाद अंतिम ओवर में दिल्ली को जीत के लिए 17 रनों की दरकार रही. जिसे मुजीब ने बचा लिया और दिल्ली को 4 रनों से हार का सामना करना पड़ा.