अपने चिर परिचित अंदाज में लौटे कायरल पोलार्ड की धमाकेदार पारी की बदौलत मुंबई इंडियंस ने किंग्स इलेवन पंजाब के सामने 187 रनों का लक्ष्य रखा. पोलार्ड ने 23 गेंद पर 50 रन बनाए जिसमें पांच चौके और तीन बेहतरीन छक्के शामिल थे.
बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद मेजबान टीम ने अच्छी शुरूआत के बावजूद ‘पर्पलकैप धारी’ एंड्रयू टाई की शानदार गेंदबाजी के सामने लगातार विकेट गंवाए. लेकिन पोलार्ड और क्रुणाल पंड्या (32 रन, 23 गेंद में एक चौके और दो छक्के) ने पांचवें विकेट के लिये 65 रन की भागीदारी निभाकर टीम को 8 विकेट पर 186 तक पहुंचाया.
पावरप्ले में टाई का जलवा
सूर्यकुमार यादव (27 रन) ने अच्छी शुरूआत की. उन्होंने तीसरे ओवर में अंकित राजपूत की गेंदों को धुनते हुए दो चौके और दो छक्के से 21 रन जोड़े. मुंबई को पहला झटका एविन लुईस (09) के रूप में लगा जो टाई (चार ओवर में 16 रन देकर चार विकेट) की खूबसूरत ‘नक्कलबॉल’ पर बोल्ड हो गए.
ईशान किशन (20 रन) ने आते ही तेजी से रन जुटाने की कोशिश की. उन्होंने पांचवें ओवर में मोहित शर्मा पर बैकवर्ड स्क्वायर लेग में गगनचुंबी छक्का लगाया और फिर अगली ही गेंद को भी डीप प्वाइंट पर छह रन के लिये पहुंचा दिया. इस तरह दो छक्के और एक चौके से स्कोर में 18 रन का इजाफा हुआ.
पर किशन की 12 गेंद की पारी भी जल्द समाप्त हो गयी जब टाई की ‘नक्कलबॉल’ पर मार्कस स्टोइनिस (तीन ओवर में 43 रन देकर एक विकेट) ने मिड ऑन पर उनका कैच लपका. और अगली ही गेंद पर सूर्यकुमार पवेलियन लौट गये, टाई ने फिर अपनी ‘नक्ललबॉल’ से कमाल किया जो मुंबई के भरोसेमंद बल्लेबाज के बल्ले से छूती हुई विकेटकीपर लोकेश राहुल के हाथों में समां गयी.
इस तरह मुंबई ने 59 रन पर दो अहम विकेट गंवा दिये और पावरप्ले के छह ओवर में तीन विकेट पर 60 रन बनाए. टाई ने शानदार गेंदबाजी करते हुए पावरप्ले में अपने दो ओवर में महज पांच रन देकर तीन विकेट अपने नाम किए. इसके बाद रन गति धीमी होती रही.
नहीं चले रोहित शर्मा
अब कप्तान रोहित शर्मा (06) क्रीज पर उतरे, दर्शकों को उनसे काफी उम्मीद लगी हुई थी. रोहित भी ज्यादा देर तक नहीं टिक सके, राजपूत (46 रन देकर एक विकेट) की गेंद को टाइम नहीं करने से मिड ऑन पर खड़े युवराज सिंह ने उनका आसान कैच लपक लिया. टीम ने 71 रन पर चार विकेट खो दिए.
क्रुणाल और जेपी डुमिनी की जगह उतारे गए पोलार्ड के क्रीज पर आने के बावजूद तेजी से रन नहीं बन रहे थे. पहले पांच ओवर में जहां एक विकेट के नुकसान पर नौ बाउंड्री लगी तो अगले पांच ओवर में केवल एक बाउंड्री 10वें ओवर में पोलार्ड के बल्ले से लगी व तीन विकेट गिरे.
इसके बाद वानखेड़े स्टेडियम की दो ‘लाइट टावर’ की बिजली गुल हो गयी जिससे कुछ देर के लिये खेल रूक गया.
पोलार्ड पावर के बाद लड़खड़ा गई टीम
बारहवां ओवर कुछ राहत लेकर आया जिसमें क्रुणाल ने स्टोईनिस की गेंदों पर लगातार दो छक्के और एक चौका जमाया जिससे 19 रन बने.
पोलार्ड ने भी हाथ खोलते हुए अक्षर पटेल की गेंद पर अपनी पारी का पहला छक्का डीप मिडविकेट में लगाया. इसके बाद पोलार्ड ने तेजी से रन जोड़ना शुरू किया. इस तरह उन्होंने और क्रुणाल ने पांचवें विकेट के लिये महज 36 गेंद में 65 रन जोड़ दिये. लेकिन स्टोईनिस ने आफ कटर गेंद में क्रुणाल का विकेट हासिल किया.
पर जैसे ही पोलार्ड ने अपना पचासा पूरा किया, वह पंजाब के कप्तान आर अश्विन की गेंद का शिकार बने. फिर अश्विन ने बीजे कटिंग के रूप में दूसरा विकेट हासिल किया. हार्दिक पंड्या (09) टाई का चौथा शिकार बने.