ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो की तूफानी पारी की बदौलत चेन्नई सुपर किंग्स ने डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियंस को एक विकेट से हराते हुए आईपीएल में धमाकेदार वापसी की. अंतिम के ओवरों में छक्कों की बरसात करते हुए ब्रावो ने 30 गेंद पर 68 रनों की तूफानी पारी खेल टीम को शानदार जीत दिला दी. ब्रावो ने अपनी पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए.


इससे पहले मुंबई ने चार विकेट खोकर 165 रन बनाए. 166 रनों के जवाब में चेन्नई की शुरुआत खास नहीं रही. मुंबई के सरप्राइज पैकेज मयंक मार्कंडेय ने अपनी गुगली से चेन्नई के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया. 118 पर टीम के 8 विकेट पवेलियन लौट चुके थे और मुंबई की जीत की संभावना बढ़ती जा रही थी लेकिन सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे ब्रावो ने अकेल अपने दम पर मैच का रूख पलट कर रख दिया.

मैच रोमांचक तब बना जब पारी के 19वां ओवर लेकर आए बुमराह की गेंद पर उन्होंने तीन छक्के लगाए लेकिन अंतिम गेंद पर आउट हो गए. आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 7 रनों की जरूरत थी. लगा कि मुंबई जीत गई क्योंकि केदार जाधव रिटायर्ड हर्ट हो कर पवेलिनय लौट चुके थे लेकिन दर्द के साथ केदार मैदान पर आए और मुंबई को इंतजार करने दिया. मुस्ताफिजुर के पहले तीन गेंद पर उन्होंने कोई रन बनाए लेकिन चौथी गेंद पर छक्का लगाकर उन्होंने पहले स्कोर को बराबर किया और अगली गेंद को कवर बाउंड्री से बाहर भेज टीम को दो विकेट से जीत दिला दी.

चेन्नई के लिए अंबाटी रायुडू और शेन वाटसन ने पारी की शुरुआत की. वाटसन (16 रन) ने पांड्या का स्वागत छक्के के साथ किया लेकिन अगली ही गेंद पर एक बार फिर छक्का लगाने की कोशिश में डीप स्क्वायर लेग पर लुईस को कैच थमा बैठे. वाटसन के आउट होने के बाद रायुडू ने मोर्चा संभाला और अपनी पुरानी टीम के खिलाफ जमकर रन बटोरे.

रोहित ने पावरप्ले के दौरान चार गेंदबाजों का इस्तेमाल किया. पावरप्ले के आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर पांड्या ने सुरेश रैना को आउट कर टीम को दूसरी सफलता दिलाई. पावरप्ले के दौरान चेन्नई ने दो विकेट खोकर 42 रन बनाए.

अगले ही ओवर में डेब्यू कर रहे मयंक मारकंडेय ने अपनी गुगली पर रायुडू को LBW आउट कर अपना पहला विकेट लिया. केदार जाधव के खिलाफ अगर वो डीआरएस का इसेतमाल करते तो चेन्नई मुश्किल में होती. लेकिन इसका बदला उन्होंने विरोधी टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को LBW कर लिया. धोनी 6 गेंद पर सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हुए. 51 पर 4 विकेट गंवाने के बाद चेन्नई संघर्ष करती दिखी.

बढ़ते जरूरी रन रेट के आगे चेन्नई के बल्लेबाज खुद को सहज नहीं रख पाए और नियमित अंतराल पर विकेट गंवाते रहे. जडेजा 12 रन बनाकर मुस्ताफिजुर रहमान के शिकार बने. अपने आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर मयंक ने दीपक चहर को स्टंप करा कर चेन्नई की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया. लेकिन अंत में ब्रावो ने अपने खेल से सबकुछ बदल कर रख दिया.