जीत की तलाश में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ शुरुआत तो शानदार की लेकिन अंत में सात विकेट पर 167 रन ही बना सकी. एक समय आरसीबी 200 के करीब पहुंचता दिख रहा था लेकिन अंत में 167 से ही संतोष करना पड़ा वो भी तब जब अंतिम दो गेंद पर 13 रन आए.


इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन का 31वां मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस के बीच खेला जा रहा है. टॉस हारने के बाद कप्तान विराट कोहली ने सलामी जोड़ी में बदलाव करते हुए मनन वोहरा(45) को क्विंटन डीकॉक(7) के साथ मैदान पर भेजा. पहले विकेट के लिए 5 ओवर में 38 रन की साझेदारी हुई. कोहली तीसरे नंबर पर भी नहीं और अपनी जगह बैंडन मैक्कलम(37) को भेजा. आरसीबी की रन गति पहले से ही धीमी थी और दूसरे विकेट के लिए भी धीमी गति से ही रन बनी. 9वें ओवर में जब वोहरा आउट हुए तो टीम का स्कोर 61 रन ही था.


दो विकेट गिरने के बाद मैदान पर आए कप्तान कोहली. यहां से आरसीबी की पारी ने गति पकड़ी. मैक्कलम और कोहली पारी को तेज गति से आगे बढ़ा रहे थे और लग रहा था कि 200 के करीब टीम पहुंच जाएगी. लेकिन 15वें ओवर की तीसरी गेंद पर बेहतरीन थ्रो के सहारे हार्दिक पांड्या ने मैक्कलम को पवेलियन की राह दिखा दी. 25 गेंदों की अपनी पारी में उन्होंने चार चौके और दो छक्के लगाए.


बेहतरीन थ्रो के बाद पांड्या जोश में थे और अपने तीसरे ओवर में मंदीप सिंह(14), कप्तान कोहली(32) और वाशिंगटन सुंदर(1) को आउट कर आरसीबी की पारी तहस-नहस कर दी. 19वें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने दो रन देकर एक विकेट झटका और लगा कि आरसीबी अब 155 से आगे नहीं बढ़ पाएगी. लेकिन मिचेल मैक्लेनेघन अपनी अंतिम गेंद पर नोबॉल फेंक बैठे जिसे कॉलिन डी ग्रैंडहोम(नाबाद 23 रन) ने छक्के के लिए भेज दर्शकों में जोश भर दिया. इसी जोश के साथ उन्होंन फ्री हिट के रूप में छह रनों के लिए भेज टीम को सात विकेट पर 167 तक पहुंचा दिया.


मुंबई के लिए हार्दिक पांड्या ने सर्वाधिक तीन विकेट निकाले. इसके अलावा मिशेल मैक्लेघन, मयंक मारकंडे और जसप्रीत बुमराह ने एक-एक विकेट हासिल किया.