IPL 2018: प्ले ऑफ की रेस से बाहर हुई टीम तो बल्लेबाजों पर जमकर बरसे कप्तान कोहली
लगातार तीन जीत के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर प्ले ऑफ में पहुंचने के करीब थी. सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ टीम ने नेट रन रेट को भी सुधार लिया था. लेकिन निर्णायक मुकाबले में उसे राजस्थान रॉयल्स के हाथों हार मिली और विराट कोहली के नेतृत्व में आरसीबी का खिताब जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया.
लगातार तीन जीत के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर प्ले ऑफ में पहुंचने के करीब थी. सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ टीम ने नेट रन रेट को भी सुधार लिया था. लेकिन निर्णायक मुकाबले में उसे राजस्थान रॉयल्स के हाथों हार मिली और विराट कोहली के नेतृत्व में आरसीबी का खिताब जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया.
इंडियन प्रीमियर लीग के 11 सीजन में आरसीबी सिर्फ पांच बार प्ले ऑफ में जगह बना पाई है. अहम मुकाबले में हार के बाद कप्तान कोहली ने डीवीलियर्स को छोड़ सभी बल्लेबाजों को निशाने पर लिया. आरसीबी के लिए यहां तक पहुंचना इतना भी आसान नहीं था. एक समय टीम के शुरुआती दौर में ही बाहर होने का खतरा मंडराने लगा था लेकिन तीन जीत के बाद आरसीबी ने खुद को प्ले ऑफ के रेस में बनाए रखा था. कोहली चाहते थे कि वो बचे हुए मुकाबलों में लक्ष्य का पीछा करें लेकिन अंतिम मुकाबले में बल्लेबाजों ने टीम का साथ नहीं दिया.
अपने घर में सीजन का आखिरी मुकाबला खेल रहे राजस्थान रॉयल्स ने आरसीबी के सामने जीत के लिए 165 रनों का लक्ष्य रखा. आरसीबी को बेहतर रन रेट के लिए इस मैच कों 15.5 ओवर में खत्म करना था लेकिन पूरी टीम 19.2 ओवर में 134 रनों पर ऑल आउट हो गई. रॉयल्स के लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 16 रन देकर आरसीबी के चार बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई.
आरसीबी की ओर से टीम के संकटमोचक एबी डीविलियर्स(53) के अलावा कोई भी बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं बना पाया. पार्थिव पटेल ने 33 रनों की पारी खेली लेकिन हमेशा की तरह एक अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए. आरसीबी के बाकि के बल्लेबाजों को देखें तो - कोहली(4),मोईन अली(1),मंदीप सिंह(3), कॉलिन डी ग्रैंडहोम(2) और सरफराज खान(7) पूरी तरह फ्लॉप रहे. खास तौर पर टीम के टॉप छह बल्लेबाज स्पिनर के सामने बेबस दिखे.
बल्लेबाजों का बुरा हाल देखने के बाद कप्तान कोहली काफी निराश हुए और मैच के बाद उनका गुस्सा उनपर फूटा. कोहली ने कहा, 'मैच में एक समय हम बेहतर स्थिति में थे लेकिन जिस तरह बल्लेबाजों ने अपने विकेट गंवाए ये बहुत हैरान करता है. पिच पर एबी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन दूसरे बल्लेबाजों का शॉट सेलेक्शन बेहद खराब था.' आपको बता दें कि एक समय 74 रन तक टीम के एक विकेट ही गिरे थे लेकिन इसके बाद मिडिल ऑर्डर गोपाल की फिरकी के आगे पूरी तरह ढेर हो गया.
निर्णायक मुकाबले में मिडिल ऑर्डर के फेल होने के बाद कोहली ने माना कि पिछले कुछ सालों से ये टीम की कमजोर कड़ी रही है. कोहली ने कहा, 'हमें अपने मिडिल ऑर्डर को मजबूत करने की जरूरत है, कुछ सालों से ये टीम की कमजोर कड़ी रही है और आगे आने वाले सीजन में हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है.' उन्होंने कहा कि प्रेशर के साथ स्कोर करने की जिम्मेदारी सिर्फ एबी के कंधों पर नहीं डाल सकते दूसरों को जिम्मेदारी उठानी ही होगी.
भले ही कोहली एक बार फिर खिताब जीतने से चूक गए हों लेकिन टीम के लिए कुछ सकारात्मक बातें भी रही, जिसमें उन्होंने उमेश यादाव के प्रदर्शन को शानदार करार दिया.