इंडियन प्रीमियर लीग में एक बार फिर सुनील नरेन अपनी गेंदबाजी से ज्यादा बल्लेबाजी को लेकर चर्चा में रहे. पिछले सीजन में अचानक सलामी बल्लेबाजी की भूमिका में आए नरेन ने 11वें सीजन में भी कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाई.



रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ केकेआर ने एक बार फिर जीत दर्ज की और इस जीत में एक बार फिर नरेन ने अपने बल्ले से धमाल मचा दिया. रविवार को इडेन गार्डन में खेले गए मुकाबले में महज 17 गेंद पर अर्द्धशतक लगा कर नरेन ने एक बार फिर आरसीबी की जीत की उम्मीद को तगड़ा झटका दिया.  

नरेन ने 19 गेंद में 50 रन बनाकर केकेआर को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.

नरेन की इस पारी से आरसीबी के खिलाड़ी एक बार फिर हैरान हैं, टीम के खिलाड़ी मनदीप सिंह ने मैच के बाद कहा ,‘‘निश्चित तौर पर टर्निंग प्वाइंट नरेन की पारी थी. पहले छह ओवर में इस तरह की शुरूआत मिलने के बाद मैच 50 प्रतिशत कब्जे में आ जाता है. इसके बाद बाकी बल्लेबाजों के लिए करने को कुछ नहीं बचता.’’

18 गेंद में 37 रन बनाने वाले इस बल्लेबाज ने कहा ,‘‘हम 10-15 रन पीछे रह गए. हमारा लक्ष्य 175-180 रन था. हम यदि उतने रन बना लेते तो बेहतर दबाव बना सकते थे.’’

उन्होंने स्वीकार किया कि गेंदबाजी में टीम कमजोर पड़ गई. उन्होंने कहा ,‘‘हमारे पास गेंदबाजी के पांच विकल्प थे. शायद टीम मैनेजमेंट पवन नेगी के नाम पर विचार करेगी. लेकिन मैं फिर कहूंगा कि मैच का फैसला पहले छह ओवर में ही हो गया था वरना हमारे गेंदबाजों का प्रदर्शन उतना बुरा नहीं था.’’

एबी डिविलियर्स और आरसीबी के कप्तान विराट कोहली को लगातार दो गेंदों पर आउट करने वाले अनियमित स्पिनर नीतिश राणा ने कहा ,‘‘मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं था. मुझे अच्छी पकड़ मिल रही थी. बस सटीक गेंदबाजी की जरूरत थी. मैंने खुद पर भरोसा रखकर दो बड़े विकेट लिए.’’