बुधवार का दिन आईपीएल में बड़ी खबर लेकर आया. ये खबर किसी टीम की जीत हार की नहीं थी. ये खबर किसी खिलाड़ी की चोट की भी नहीं थी. ये खबर थी एक टीम के कप्तान के हटने की. आईपीएल के इस सीजन में लगातार खराब प्रदर्शन कर रही दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम के कप्तान गौतम गंभीर ने कप्तानी छोड़ दी. गंभीर खुद इस आईपीएल में बहुत ही खराब फॉर्म से गुजर रहे थे. ये पहला सीजन है जब उन्होंने दिल्ली की कप्तानी संभाली थी. इससे पहले वो कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे. उनकी कप्तानी में केकेआर ने दो बार चैंपियन का खिताब जीता था.


गंभीर के कप्तानी छोड़ने के बाद श्रेयस अय्यर को टीम का नया कप्तान बनाया गया. श्रेयस अय्यर मुंबई के खिलाड़ी हैं. मुंबई की अंडर-19 टीम से भी खेले हैं. उनकी उम्र अभी 23 साल और 140 दिन है. वो आईपीएल की सभी टीमों में सबसे कम उम्र के कप्तान हैं. इतनी कम उम्र के खिलाड़ी को कप्तान बनाकर दिल्ली की टीम ने एक बड़ा दाव खेला है. मुश्किल ये है कि अब उसके पास इस सीजन में वापसी करने का मौका ना के बराबर है. दिल्ली की टीम अब तक खेले गए 6 में से 5 मैच हार चुकी है.


अगर अगले 8 में से 7 मैच वो जीत ले तब कहीं जाकर उसके पास टॉप-4 में पहुंचने का कोई मौका बन सकता है. जो फिलहाल दूसरी टीमों के फॉर्म को देखकर लगभग असंभव जैसा लग रहा है. दिल्ली की टीम में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है इसकी भनक 11 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच के दौरान ही लग गई थी. बारिश से प्रभावित उस मैच में दिल्ली के सामने 6 ओवर में 71 रनों का लक्ष्य था और गंभीर बल्लेबाजी करने के लिए नहीं उतरे थे. बाद में ये कयास भी जमकर लगे कि दिल्ली की कप्तानी गंभीर कर रहे हैं या टीम के कोच रिकी पॉन्टिंग. जाहिर है लगातार खराब प्रदर्शन के बाद गंभीर को दबाव में ये फैसला लेना पड़ा. गंभीर अब टीम में खिलाड़ी और मेंटर की भूमिका में नजर आएंगे.


कैसे खुली श्रेयस अय्यर की किस्मत


श्रेयस अय्यर पर दिल्ली की टीम की निगाह काफी समय से है. ये इस बात से पता चलता है कि सबसे पहले 2015 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने श्रेयस अय्यर को करीब ढाई करोड़ की कीमत चुकाकर खरीदा था. उन्होंने अपनी टीम मालिकों के भरोसे को अपने प्रदर्शन से सही ठहराया. श्रेयस अय्यर ने उस सीजन में 14 मैचों में 439 रन बनाए थे. बतौर सलामी बल्लेबाज 2015 के सीजन में उनके कमाल के प्रदर्शन ने उन्हें आईपीएल के इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द इय़र का अवॉर्ड दिलाया. इसी दौरान वो मुंबई के लिए अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरूआत भी कर चुके थे. रणजी ट्रॉफी का सीजन उनके लिए शानदार रहा. श्रेयस अय्यर ने 1300 से ज्यादा रन बनाए. उनकी औसत करीब 74 रनों की थी. इसमें फाइनल में लगाया गया उनका शतक भी शामिल है जिसकी बदौलत मुंबई चैंपियन बनी.


घरेलू क्रिकेट में इसी प्रदर्शन के दम पर श्रेयस अय्यर का नाम लगातार चर्चा में रहा. उनके प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की पैनी नजर बनी रही. पिछले साल दिसंबर में हुई थी वनडे करियर की शुरूआत घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन का इनाम श्रेयस अय्यर को जल्दी ही मिला. पिछले साल दिसंबर में उन्हें श्रीलंका के खिलाफ वनडे करियर की शुरूआत का मौका मिला. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई भारतीय वनडे टीम का भी वो हिस्सा थे.


श्रेयस अय्यर अब तक टीम इंडिया के लिए 6 वनडे मैच खेल चुके हैं. इन 6 वनडे मैचों में श्रेयस अय्यर के खाते में 210 रन हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 88 रनों का है. बड़ी बात है उनकी 96 से ज्यादा रनों की स्ट्राइक रेट, जो उन्हें एक धाकड़ बल्लेबाज की पहचान दिलाती है. अपनी इसी पहचान के जरिए अब उनके ऊपर आईपीएल में दिल्ली की किस्मत को बदलने की चुनौती है. इस सीजन में अय्यर ने अब तक खेले गए 6 मैचों में 151 रन बनाए हैं. उनकी स्ट्राइक रेट 137 से ज्यादा की है.