रोहित ने मैच के बाद कहा, "यह बहुत अच्छा प्रयास था और यह जानकर बहुत अच्छा लग रहा है कि हम फाइनल में पहुंच गए हैं. मुझे पता था कि हमारे पास उन्हें (चेन्नई को) रोकने के लिए अच्छे गेंदबाज हैं और मुझे अपने बल्लेबाजों पर भरोसा है."
मुंबई ने पहले गेंदबाजी करते हुए चेन्नई को चार विकेट पर 131 रनों पर रोक दिया और फिर 18.3 ओवरों में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. मुंबई ने इस सीजन में चेन्नई के साथ तीन मैच खेले हैं और तीनों मैचों में चेन्नई को करारी मात दी है.
कप्तान ने जयंत यादव को अंतिम एकादश में शामिल करने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा, "जयंत को अंतिम एकादश में मौका देना काफी हद तक सही हैं. मुझे लगा कि इस पिच पर एक कलाई के स्पिनर के बजाय दूसरे स्पिनर को मौका देना अच्छा होगा. हमारी नीति बहुत स्पष्ट थी और हम उन्हें 140 के अंदर रोकना चाहते थे."
रोहित ने मैच में नाबाद 71 रनों की पारी खेलने वाले सूर्यकुमार की तारीफ करते हुए कहा, "सूर्यकुमार, स्पिन के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं. हमें पता था कि स्पिन एक बड़ा कारण होगा और मैंने सूर्य को मुंबई में खेलते हुए देखा है. यह पिच उनके लिए एकदम सही पिच थी. हमारे पास घर पर चेन्नई को उसके घर में हराने के लिए एक संतुलित टीम थी. जब आप चेन्नई जैसी जगह पर खेलते हैं तो आपको यह जानना होगा कि आपको क्या करना है."