सोमवार रात जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में पंजाब और राजस्थान के बीच हुए मुकाबले में पंजाब ने जीत दो दर्ज कर ली, लेकिन किंग्स के कप्तान आर. अश्विन के एक कदम की वजह से विवाद भी हो गया. दरअसल अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज़ जोस बटलर को नॉन स्ट्राइक पर गेंद डालने से पहले ही ‘मांकड़’ रन आउट कर दिया.
अश्विन ने जिस तरह बटलर को रन आउट किया उसे लेकर जमकर विवाद हो रहा है. मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी ये मुद्दा उठा. जब अश्विन से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये खेल के नियमों में है.
अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “देखिए, मेरी तरफ से ये स्वाभाविक था. इसको लेकर कोई प्लान नहीं बनाया गया था. ये खेल के नियमों में है. मुझे नहीं पता इसमें खेल भावना की बात कहा से आ गई जब ये सब खेल के नियमों के मुताबिक हुआ. शायद जब नियम बदलेंगे तभी ये ठीक होगा.”
क्या हुआ था?
दरअसल मैच के 13वें ओवर की पांचवी गेंद पर जब अश्विन रनअप के लिए आए तो उनके गेंद फेंकने से पहले ही जोस बटलर रन लेने के लिए अपना क्रिज छोड़ चुके थे. उसी वक्त अश्विन ने बटलर को बाहर देखकर नॉन स्ट्राइक के स्टंप्स उड़ा दिए. इस तरह बटलर को पवेलियन वापस जाना पड़ा.
हालांकि इस तरह के विकेट को लेकर हमेशा ही विवाद रहा है. इसे खेल भावना के खिलाफ माना जाता है, लेकिन क्रिकेट के नियमों के मुताबिक बल्लेबाज़ को आउट दे दिया जाता है. इसलिए इस बार भी ऐसा ही किया गया.
क्रिकेट की भाषा में इस तरह से रन आउट करने को 'मांकड़' कहा जाता है. क्रिकेट के इतिहास में इस तरह से सबसे पहले साल 1947 में भारत के वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को आउट किया था. तभी से इस तरह आउट करने को 'मांकड़' कहा जाने लगा.
राजस्थान के कोच का जवाब
जब अश्विन ने बटलर को रन आउट किया था तो उसी वक्त मैदान पर उन दोनों के बीच काफी बहस भी हुई थी. हालांकि अंपायर ने नियमों के मुताबिक बटलर को आउट करार दे दिया था. मैच गंवाने के बाद राजस्थान के मुख्य कोच पैडी अप्टन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अश्विन ने जो किया वो उनको दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हम अश्विन को जज करने का काम क्रिकेट की दुनिया और आईपीएल फैंस पर छोड़ते हैं.