इससे पहले पंजाब ने टॉस जीतकर चेन्नई को बल्लेबाज़ी के लिए बुलाया था. फाफ डु प्लेसिस (96 रन) और सुरेश रैना (53 रन) के अर्धशतकों के अलावा दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिये 120 रन की साझेदारी से चेन्नई सुपरकिंग्स ने पांच विकेट गंवाकर 170 रन बनाये.
इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी किंग्स इलेवन पंजाब ने सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के 71 रन (36 गेंद में सात चौके और पांच छक्के) की मदद से 18 ओवर में चार विकेट पर 173 रन बनाकर जीत हासिल की.
राहुल और क्रिस गेल (28 रन) में भारतीय खिलाड़ी ज्यादा आक्रामक था, जिन्होंने शुरू से ही गेंदबाजों पर कहर बरपाना शुरू कर दिया. तीसरे ओवर में राहुल ने हरभजन (57 रन देकर तीन विकेट) के पर दो छक्के और तीन चौके जड़कर 24 रन जोड़े और अंतिम गेंद पर छक्का जड़ते ही 19 गेंद में अपना अर्धशतक भी पूरा कर दिया.
हालांकि हरभजन ने ही इन दोनों बल्लेबाजों के विकेट हासिल किये. राहुल ने अपनी पारी के दौरान कहीं भी कोई गलती नहीं की लेकिन जरा सी चूक से वह 11वें ओवर की तीसरी गेंद को कवर में खड़े इमरान ताहिर को कैच देकर पवेलियन लौट गये.
अगली ही गेंद पर गेल लॉन्ग आन पर सब्सिडरी खिलाड़ी ध्रुव शोरे को कैच देकर आउट हुए, इस तरह हरभजन ने छठी बार वेस्टइंडीज के इस स्टार का विकेट झटका.
फिर मंयक अग्रवाल (10) भी ज्यादा देर तक नहीं टिके और हरभजन का तीसरा शिकार बने. निकोलस पूरन ने 36 रन का अहम योगदान दिया.
इससे पहले किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाजों ने डेथ ओवरों में अच्छा प्रदर्शन किया जिससे चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम अंत में ज्यादा रन नहीं बटोर पाई और 170 रन ही बना सकी. चेन्नई के फाफ डु प्लेसिस (96 रन) चार रन से शतक से चूक गये.
पंजाब के लिये सैम कुरेन ने 35 रन देकर तीन विकेट जबकि मोहम्मद शमी (तीन ओवर में 17 रन देकर दो विकेट) ने अपने तीसरे ओवर में दो विकेट हासिल किये.
बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स के लिये शेन वाटसन (07) और डु प्लेसिस ने अच्छी शुरूआत की. लेकिन टीम ने 30 रन के स्कोर पर वाटसन का विकेट गंवा दिया जो कुरेन की गेंद पर बोल्ड हो गये.
इसके बाद डु प्लेसिस और रैना ने मिलकर कुछ शानदार शाट लगाकर अच्छी साझेदारी निभायी. रैना भी हालांकि 17वें ओवर में कुरेन का ही शिकार बने, लेकिन वह तब तक अर्धशतक जड़ चुके थे जिसके लिये उन्होंने 38 गेंद में पांच चौके और दो छक्के लगाये.
डु प्लेसिस ने 55 गेंद में 10 चौके और चार छक्के से 96 रन की पारी खेली. वह भी 19वें ओवर में कुरेन की बेहतर यार्कर का शिकार बने.
पारी के अंतिम ओवर में शमी ने अम्बाती रायुडू (10) और केदार जाधव (शून्य)के विकेट हासिल किये.