क्विंटन डिकॉक ने 58 गेंदों पर नाबाद 69 रन बनाये लेकिन इसके बावजूद मुंबई इंडियन्स पांच विकेट पर 162 रन तक ही पहुंच पाया. डेविड वार्नर की गैर-मौजूदगी में मनीष पांडे ने हैदराबाद के लिये अहम भूमिका निभाई. उन्होंने 47 गेंदों पर आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 71 रन बनाए, जिससे हैदराबाद भी छह विकेट पर 162 रन तक पहुंच गया.
पांडे ने हार्दिक पंड्या की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर मैच को सुपर ओवर तक पहुंचाया. हैदराबाद के लिए मोहम्मद नबी की 20 गेंदों पर 31 रनों की पारी भी महत्वपूर्ण साबित हुई, जिसमें अंतिम ओवर में जमाया गया छक्का भी शामिल है.
सुपरओवर में पांडे पहली गेंद पर रन आउट हो गए. नबी ने जसप्रीत बुमराह की तीसरी गेंद पर छक्का लगाया लेकिन वह चौथी गेंद पर बोल्ड हो गए. मुंबई को जीत के लिए नौ रन चाहिए थे. हैदराबाद की तरफ से राशिद खान ने गेंद थामी. हार्दिक ने उनकी पहली गेंद पर छक्का लगाया और मुंबई केवल तीन गेंदों पर लक्ष्य तक पहुंच गया.
मुंबई की यह 13 मैचों में आठवीं जीत है और उसने 16 अंकों के साथ न सिर्फ प्लेऑफ में जगह सुरक्षित की बल्कि शीर्ष दो में जगह बनाकर फाइनल के लिये दो मौके पाने की उम्मीदें भी बढ़ा दी. हैदराबाद के लिये प्लेऑफ की राह मुश्किल हो गयी है और उसे अब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिये अपने आखिरी मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी.
इस मैच में गेंदबाजों ने दबदबा बनाया. खलील अहमद (42 रन देकर तीन) हैदराबाद के सबसे सफल गेंदबाज रहे. नबी (24 रन देकर एक) और भुवनेश्वर कुमार (29 रन देकर एक) ने भी विकेट हासिल किये. मुंबई के लिये जसप्रीत बुमराह (चार ओवर में 31 रन देकर दो) तथा पंड्या बंधुओं हार्दिक (दो ओवर में 20 रन देकर दो) और क्रुणाल (चार ओवर में 22 रन देकर दो) ने दो . दो विकेट लिये.
हैदराबाद के लिये ऋद्धिमान साहा (15 गेंदों पर 25) ने मार्टिन गुप्टिल (15) के साथ मिलकर पहले विकेट के लिये चार ओवर में 40 रन जोड़े लेकिन पावरप्ले में पवेलियन लौटने से हैदराबाद को झटका लगा.
कप्तान केन विलियमसन (तीन) को क्रुणाल ने नहीं टिकने दिया.
पांडे ने दो चौके और एक छक्का लगाकर शुरुआत की थी लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने से उन्हें अपने तेवरों पर अंकुश लगाने पड़े. विजय शंकर (17 गेंदों पर 12) और नये बल्लेबाज अभिषेक शर्मा (दो) के पंड्या बंधुओं के क्रुणाल और हार्दिक के लगातार ओवरों में आउट होने से पांडे और हैदराबाद पर दबाव बढ़ गया.
पांडे ने मलिंगा पर चौका जड़कर 37 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया लेकिन क्रुणाल और राहुल चाहर (चार ओवर में 21 रन) ने बीच के ओवरों में जो दबाव बनाया उससे हैदराबाद की स्थिति नाजुक बनी. पांडे को आखिर में नबी के रूप में अच्छा साथी मिला. नबी ने मलिंगा पर छक्का लगाया जबकि पांडे ने बुमराह पर लगातार दो चौके जमाये. आखिरी ओवर में हैदराबाद ने 16 रन बनाये और मैच सुपरओवर में खींचा.
इससे पहले डिकॉक ने अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के लगाये. उनके अलावा कप्तान रोहित शर्मा (18 गेंदों पर 24) और सूर्यकुमार यादव (17 गेंदों पर 23) ही 20 रन के पार पहुंचे.
मुंबई की टीम ने अच्छी साझेदारियां नहीं निभा पायी और उसने नियमित अंतराल में विकेट गंवाये. हैदराबाद के गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में उस पर अंकुश लगाये रखा. राशिद खान (चार ओवर में 21 रन) ने पहले तीन ओवरों में केवल आठ रन दिये थे.
रोहित ने भुवनेश्वर पर दो और खलील पर तीन चौकों से अपने तेवरों के अलावा कलात्मक पक्ष भी दिखाया लेकिन पावरप्ले के आखिरी ओवर में नबी पर अति उत्साही शॉट लगाकर वह मिडऑन पर कैच दे बैठे.
पहले छह ओवर के बाद स्कोर एक विकेट पर 44 रन था. डिकॉक एक छोर पर टिके थे लेकिन वह तेजी से रन नहीं बना पा रहे थे. सूर्यकुमार ने कोशिश की लेकिन वह फिर से अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाये. खलील की गेंद पर उन्होंने स्वीपर कवर पर कैच थमा दिया.
इविन लुईस (एक) के आते ही पवेलियन लौटने के बाद सभी की निगाहें बेहतरीन फार्म में चल रहे हार्दिक पंड्या (दस गेंदों पर 18 रन) पर टिकी थी. उन्होंने बासिल थम्पी की ढीली गेंद पर ‘काउ कार्नर’ पर छक्का जड़कर शुरुआत की. पारी का यह 14वां ओवर था जिसमें टीम तिहरे अंक में पहुंची.
अगले ओवर में हार्दिक ने भुवनेश्वर के बाउंसर को पुल करने के प्रयास में लांग आफ पर हवा में लहराता कैच दे दिया. अब कीरेन पोलार्ड (नौ गेंदों पर दस रन) से उम्मीद थी, लेकिन वह भी राशिद पर एक छक्का जड़ने के अलावा कुछ नहीं कर पाये.
इस बीच डिकॉक ने थम्पी की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाया और 48 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया. क्रुणाल पंड्या नौ रन बनाकर नाबाद रहे.