आरसीबी के साथ सुपरसंडे को खेले गए आईपीएल के अहम मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम एक रन से मुकाबला गंवा बैठी. हार के बावजूद चेन्नई की टीम के कप्तान और इस मैच के हीरो रहे एमएस धोनी की जमकर तारीफ हो रही है. धोनी ने नाबाद 48 गेंदों पर 7 छक्के और 5 चौकों की मदद से 84 रनों की नाबाद पारी खेली. लेकिन कुछ फैंस मैच में धोनी के एक फैसले की आलोचना भी कर रहे हैं.


दरअसल पारी के 19वें ओवर में धोनी ने एक नहीं बल्कि तीन-तीन बार सिंगल रन लेने से इन्कार कर दिया. जबकि दूसरे छोर पर विस्फोटक ऑल-राउंडर ड्वेन ब्रावो मौजूद थे.


19वें ओवर में क्या हुआ:
सीएसके की टीम को आखिरी दो ओवरों में जीत के लिए 36 रन चाहिए थे. विराट कोहली ने नवदीप को गेंद सौंपी. धोनी 51 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि दूसरे छोर पर ब्रावो 3 गेंदों पर 5 रन बनाकर बल्लेबाज़ी कर रहे थे.


ओवर की पहली गेंद पर धोनी ने स्वीपर कवर की तरफ शॉट खेला. लेकिन धोनी ने यहां पर एक रन लेने से इन्कार कर दिया. दूसरी गेंद को लॉन्ग ऑन की दिशा में मारने के बाद एक बार फिर से धोनी ने ब्रावो को सिंगल लेकर स्ट्राइक नहीं दी.


इसके बाद ओवर की तीसरी नो बॉल पर धोनी ने छक्का लगाया. इसके बाद तीसरी गेंद पर धोनी ने दो रन लिए स्ट्राइक फिर अपने पास रखी. इसके बाद ओवर की चौथी गेंद को लॉन्ग ऑफ पर मारा लेकिन धोनी ने एक बार फिर से रन लेने से इन्कार कर दिया.


नवदीप सैनी लगातार ऐसी गेंद कर रहे थे कि धोनी उस पर बड़ा शॉट नहीं खेल पा रहे थे. जिसके बाद अंत में पांचवी गेंद पर जाकर धोनी ने एक सिंगल लेकर स्ट्राइक ब्रावो को दी.


लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और ब्रावो आखिरी गेंद पर आउट हो गए.


नवदीप के इस शानदार 19वें ओवर में धोनी के तीन-तीन बार स्ट्राइक नहीं बदलने की वजह से आखिरी ओवर में सीएसके के सामने 26 रनों का लक्ष्य रहा.


हालांकि मैच के बाद धोनी ने ये साफ किया कि आखिर क्यों उन्होंने आखिरी के 19वें ओवर में सिंगल नहीं लिया. धोनी ने कहा, ''अगर कोई गेंदबाज़ लगातार बैक ऑफ द लेंग्थ गेंदबाज़ी करेगा तो फिर बल्लेबाज़ के लिए मुश्किल होती है, गेंद ठीक तरह से बल्ले पर नहीं आ रही थी जिसकी वजह से नए बल्लेबाज़ को खेलने में परेशानी होती.''