डी कॉक (47 गेंदों पर 65 रन) ने शुरुआती 14 ओवरों में जिम्मेदारी संभाली. उन्होंने सूर्यकुमार यादव (33 गेंदों पर 34 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 97 रन जोड़े. रॉयल्स की तरफ से लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल (21 रन देकर दो विकेट), जोफ्रा आर्चर (22 रन देकर एक विकेट) और स्टुअर्ट बिन्नी (तीन ओवर में 19 रन देकर एक विकेट) ने किफायती गेंदबाजी की. इन तीनों ने मिलकर 11 ओवर में 62 रन दिए और चार विकेट लिए.
आर्चर ने अगर तीन कैच नहीं छोड़े होते तो मुंबई की स्थिति नाजुक हो सकती थी. डी कॉक तब छह रन पर थे तब आर्चर उनका कैच नहीं ले पाए. इसके बाद उन्होंने जयदेव उनदकट की गेंदों पर हार्दिक पंड्या (15 गेंदों पर 23 रन) के दो कैच टपकाए.
रॉयल्स के नए कप्तान स्टीव स्मिथ ने शुरू से ही अपने नेतृत्वकौशल का अच्छा परिचय दिया. उन्होंने गेंदबाजी में अच्छे बदलाव किए और गोपाल ने तीसरे ओवर में ही रोहित शर्मा (पांच) को अपनी ही गेंद पर कैच करके अपने कप्तान की रणनीति को सही साबित भी किया.
मुंबई का स्कोर तीन ओवर के बाद एक विकेट पर 13 रन था. इसके बाद धवल कुलकर्णी जब अपना दूसरा ओवर करने के लिये आए तो डी कॉक ने उन पर लगातार तीन चौके और एक छक्का जड़कर रन गति तेज की. उन्होंने 34 गेंदों पर इस सीज़न का अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया.
सूर्यकुमार को रन बनाने के लिए जूझना पड़ा. वह तीसरे ओवर में क्रीज पर आ गए थे, लेकिन रियान प्रयाग पर जमाये गए छक्के के अलावा उनके नाम पर कोई बड़ा शॉट नहीं रहा. बिन्नी ने उन्हें डीप स्क्वायर लेग पर आउट कराकर यह साझेदारी तोड़ी. गोपाल ने अगले ओवर में डी कॉक की पारी का अंत किया जिन्होंने छह चौके और दो छक्के लगाए.
मुंबई के बिग हिटर्स के लिए क्रीज पर उतरने का यह सही समय था. अब हार्दिक और कीरोन पोलार्ड क्रीज पर थे. उनदकट ने धीमी ऑफ कटर पर पोलार्ड (दस) को बोल्ड कर दिया. आर्चर ने हार्दिक को जीवनदान दिए, लेकिन यॉर्कर पर उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट करके इसकी भरपाई की. बेन कटिंग (नाबाद 13) ने आर्चर की आखिरी गेंद छह रन के लिए भेजी.