इंडियन प्रीमियर लीग के सीज़न 12 में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर एक अदद जीत को तरस गई है. इस सीज़न में कोहली की आरसीबी ने अब तक पांच मुकाबले खेले हैं, लेकिन एक मैच में भी उसे जीत नहीं मिली. लगातार मिल रही हार के बाद अब कोहली की कप्तानी पर सवाल भी खड़ किए जाने लगे हैं. टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और आईपीएल में केकेआर को दो बार जीत का खिताब दिला चुके पूर्व कप्तान गौतम गंभीर ने कोहली पर खराब कप्तानी को लेकर निशाना साधा है.


टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने लेख में उन्होंने कोहली की कप्तानी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल ऑक्शन के वक्त से ही टीम में सारी गड़बड़ियां शुरू हुई हैं. गंभीर ने कहा, "उन्हें मार्कस स्टोइनिस और नैथन कूल्टर नाइल को टीम में लेने की क्या ज़रूरत थी. जबकि उन्हें पता था कि ये दोनों खिलाड़ी शुरुआती मुकाबलों में मौजूद नहीं रहेंगे."

गंभीर ने विराट कोहली को एक नौसिखिया कप्तान बताते हुए लिखा, "चिन्नास्वामी के छोटे से ग्राउंड पर, जहां की विकेट बिल्कुल फ्लैट है, वहां मैं तेज़ गेंदबाज़ों के साथ जाना पसंद करता. हालांकि बल्लेबाज़ के तौर पर विराट कोहली मास्टर हैं, लेकिन कप्तान विराट कोहली एक नौसिखिया हैं. उन्हें बहुत कुछ सीखने की ज़रूरत है. गेंदबाज़ों पर इल्ज़ाम मढ़ने से बेहतर है कि उन्हें खुद ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए."

विराट की ओलचना गंभीर यहीं खत्म नहीं करते, बल्कि वो उदाहरण के साथ अपनी बात रखते हैं. वो आगे लिखते हैं, "एक ऐसी पिच जहां बॉल ग्रिप कर रही थी, वहां सिराज के ओवर की बची हुई गेंदों को स्टोइनिस से करवाने की बजाय उन्हें (विराट को) पवन नेगी को गेंद थमानी चाहिए थी. इस बात को समझने के लिए दिमाग लगाने की ज़रूरत नहीं है कि रसल को तेज़ गेंदबाज़ पसंद हैं"

टिम साउदी ने केकेआर और आरसीबी वाले मैच में 19वें ओवर में 29 रन दिए थे. उस अहम ओवर को लेकर गंभीर ने कहा कि भले ही रन पड़ रहे थे लेकिन, साउदी को अपना प्लान नहीं बदलना चाहिए और अगर उन्होंने बदला भी था तो कोहली को उन्हें ऐसा करने से रोकना चाहिए था.

आपको बता दें कि आरसीबी ने केकेआर के खिलाफ 205 रन बनाए थे, लेकिन आंद्रे रसेल की 13 गेंदों पर 48 रनों की तूफानी पारी के चलते उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था.