धोनी ने अपनी 48 गेंदों की पारी में पांच चौके और सात छक्के लगाये. उन्होंने ऐसे समय क्रीज पर कदम रखा जबकि चेन्नई छठे ओवर में चार विकेट पर 28 रन बनाकर संघर्ष कर रहा था. धोनी ने इसके बाद अपने दम पर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया.
मैच में बेंगलोर ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर पार्थिव पटेल के अर्धशतक और मोईन अली की आखिरी ओवरों की तेजतर्रार पारी से सात विकेट पर 161 रन बनाये. जिसके जवाब में सीएसके की टीम लक्ष्य से एक रन पीछे रह गई.
162 रनों का पीछा करते हुए शुरुआती ओवरों में सीएसके की टीम मुश्किल में फंस गई थी. लेकिन फिर एमएस धोनी ने एक यादगार पारी खेली और टीम को आखिरी ओवर तक मैच में बनाए रखा. लेकिन फिर आखिरी गेंद पर धोनी से गेंद मिस हुई और सीएसके से मैच भी.
आइये जानें कैसे आखिरी ओवर में जीतते-जीतते हार और फिर हार से जीत गई आरसीबी की टीम:
चेन्नई को आखिरी ओवर में 26 रन की जरूरत थी. विराट कोहली ने उमेश यादव को ओवर सौंपा, धोनी स्ट्राइक पर मौजूद थे.
पहली गेंद: धोनी ने उमेश यादव की पहली गेंद पर चौका लगाया.
दूसरी गेंद: फिर दूसरी गेंद को उन्होंने छह रनों के लिए भेज दिया. अब सीएसके को जीत के लिए 4 गेंदों मं 16 रन चाहिए थे.
तीसरी गेंद: ओवर की तीसरी गेंद को भी धोनी ने छह रनों के लिए भेज दिया. अब चेन्नई जीत से 10 रन दूर थी.
चौथी गेंद: ओवर की चौथी गेंद पर माही ने तेज़ दौड़ लगाई और 2 रन बटोरे.
पांचवी गेंद: ओवर की गेंद को फिर से छह रनों के लिए पहुंचाकर मानो धोनी ने मैच को अपने पाले में डाल ही दिया था. अब उन्हें आखिरी गेंद पर दो रनों की दरकार थी.
छठी गेंद: लेकिन उमेश यादव की स्लोअर गेंद को धोनी मिस कर गए और गेंद सीधे पार्थिव पटेल के हाथों में गई, धोनी ने शार्दुल के साथ दौड़ लगाई लेकिन इससे पहले की शार्दुल रन पूरा कर पाते पार्थिव ने विकेट पर गेंद हिट कर दी.
देखें आखिरी ओवर का रोमांच: