IPL 2020: कोरोनावायरस की वजह से इस वक्त पूरी दुनिया में क्रिकेट टूर्नामेंट्स थम गए हैं. दुनिया की सबसे कामयाब क्रिकेट लीग आईपीएल के 13वें सीजन पर भी कोरोनावायरस की वजह से खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. फिलहाल के लिए 29 मार्च से शुरू होनी आईपीएल 2020 को 15 अप्रैल तक टाल दिया गया है. लेकिन बावजूद इसके गंभीर स्थिति को देखते हुए आईपीएल के आयोजन के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. आईपीएल पर संकट आने की वजह से अब भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे महेंद्र सिंह धोनी की क्रिकेट के मैदान पर वापसी भी सवालों के घेरे में आ गई है.
महेंद्र सिंह धोनी ने पिछले साल इंग्लैंड में हुए वनडे वर्ल्ड कप के बाद से क्रिकेट के मैदान से दूरी बना रखी है. धोनी को हाल ही में बीसीसीआई की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर किया गया. इसके साथ ही साफ होने लगा था कि धोनी टीम के फ्यूचर प्लान का हिस्सा नहीं है.
लेकिन रिषभ पंत के निराशाजनक प्रदर्शन की वजह से धोनी के इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ट्वेंटी-ट्वेंटी विश्व कप में वापसी की उम्मीदें जाग गई थी. टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने नवंबर में कहा था कि धोनी को अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए विकल्प के रूप में रखा गया है. हालांकि धोनी का चयन इस साल होने वाले आईपीएल में प्रदर्शन के आधार पर निर्भर करेगा.
अब अगर कोरोनावायरस की वजह से आईपीएल का 13वां सीजन टल जाता है तो धोनी की टीम में वापसी की संभावना बेहद कम हो जाएगी. पिछले करीब 9 महीने से धोनी ने क्रिकेट के मैदान पर कदम नहीं रखा है. कोरोनावायरस की वजह से अभी ऐसे हालात बनते हुए भी नहीं दिख रहे हैं कि धोनी को अपना फॉर्म साबित करने का मौका मिल जाए.
के एल राहुल बन चुके हैं विकल्प
टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप के बाद रिषभ पंत को तीनों फॉर्मेंट में अपना मुख्य विकेटकीपर बनाने का फैसला किया था. लेकिन पंत टीम की उम्मीदों पर खरे उतरने में पूरी तरह से नाकाम रहे. पंत को जितने भी मौके दिए गए उनमें वह अपनी बल्लेबाजी में परिपक्वता नहीं दिखा पाए. इस दौरान पंत की विकेटकीपिंग भी औसत रही इसलिए दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में साहा को प्राथमिकता दी गई.
पंत की लगातार नाकामी को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई वनडे सीरीज में विराट कोहली ने के एल राहुल की विकेटकीपिंग का जिम्मा देने का फैसला किया. इसके साथ ही के एल राहुल को ओपनिंग की बजाए मीडिल ऑर्डर में शिफ्ट किया गया. के एल राहुल अभी तक कप्तान के भरोसे पर खरे उतरते हुए दिखाई दे रहे हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ ट्वेंटी-ट्वेंटी सीरीज में राहुल ने बल्ले से कमाल दिखाते हुए मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी हासिल किया. राहुल की विकेटकीपिंग को लेकर भी अब तक कोई बड़ा सवाल खड़ा नहीं हुआ है.
औसत है ट्वेंटी-ट्वेंटी में धोनी का रिकॉर्ड
धोनी 6 साल पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं. अब यह बात भी लगभग साफ है कि पिछले साल वर्ल्ड कप के बाद से धोनी का वनडे क्रिकेट में कोई फ्यूचर नहीं बचा है. ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में भी धोनी का प्रदर्शन उनके क्रिकेट के कद के हिसाब से औसत ही रहा है. धोनी ने टीम इंडिया के लिए 98 मैचों की 85 पारियों में महज दो अर्धशतक लगाए हैं. ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में धोनी का उच्च स्कोर महज 56 रन ही रहा है. इंटरनेशनल ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में धोनी का स्ट्राइक भी 126 का ही रहा है. वहीं वनडे क्रिकेट में धोनी 50 से ज्यादा औसत और करीब 88 के स्ट्राइक रेट के साथ दुनिया के सबसे कामयाब खिलाड़ियों में से एक रहे हैं.
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