राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मिली हार के बाद से चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी निशाने पर हैं. धोनी इस मैच में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे और कहीं ना कहीं इस फैसले की वजह से सीएसके को 16 रन से हार का सामना करना पड़ा. टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने तो यहां तक कह दिया है कि धोनी इस मैच में जीत की कोशिश ही नहीं कर रहे थे. सहवाग से पहले गौतम गंभीर और केविन पीटरसन ने भी धोनी के निचले क्रम में बल्लेबाजी करने के फैसले की आलोचना की है.


सहवाग ने कहा, ''आखिरी ओवर में धोनी के लगाए तीन छक्कों की वजह से आपको लग सकता है कि सीएसके जीत के करीब थी, लेकिन सच दूसरा है. धोनी ने जिस तरह से पारी के बीच में डॉट बॉल खेले हैं उससे ही साफ है कि वह जीत की उम्मीद छोड़ चुके थे.''


सहवाग का मानना है कि धोनी को ऊपर बल्लेबाजी करने के लिए आना चाहिए था. उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है धोनी ही ऊपर बल्लेबाजी करने आते या फिर जडेजा को भेजते. अगर पारी के बीच में 20 या 22 रन ज्यादा बना लिए जाते तो आखिरी ओवर में जीत की संभावना बन जाती.''


गौतम गंभीर ने भी धोनी को निशाने पर लिया है. गंभीर का कहना है कि जो तीन छक्के धोनी ने लगाए वो सिर्फ खुद के लिए बनाए गए रन थे, उन्होंने मैच जीतने की कोशिश नहीं की.


केविन पीटरसन धोनी के निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की आलोचना कर चुके हैं. पीटरसन ने सातवें नंबर पर धोनी के बल्लेबाजी करने के फैसले को नॉनसेंस बताया है.


हालांकि महेंद्र सिंह धोनी ने मैच के बाद अपने देर से बल्लेबाजी करने के लिए आने का बचाव किया था. धोनी का कहना था कि उन्होंने एक साल से बैटिंग नहीं की थी, इसलिए वह अपने लिए वक्त चाहते थे.


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