Inside Story of Ashwin and Morgan's Controversy: दिल्ली कैपिटल्स के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच के दौरान इयोन मोर्गन और टिम साउथी के साथ हुए विवाद को लेकर चुप्पी तोड़ी है. अश्विन ने इयोन मोर्गन और टिम साउदी से अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने और उन्हें नैतिकता का पाठ पढाने से बाज आने के लिए कहा है.
जानिए क्या था मामला
दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मंगलवार को खेले गए मैच के दौरान डीप से राहुल त्रिपाठी के थ्रो पर गेंद दूसरे बल्लेबाज ऋषभ पंत से टकराकर निकल गई, जिस पर अश्विन ने अतिरिक्त रन लेने का प्रयास किया. इस पर मोर्गन और अश्विन के बीच बहस भी हो गई थी. मोर्गन ने अश्विन पर खेलभावना का पालन नहीं करने का आरोप लगाया था जबकि एमसीसी के नियमों के तहत बल्लेबाज के शरीर से लगकर गेंद जाने के बाद रन लेना अवैध नहीं है. इसके बाद अश्विन के आउट होने पर तेज गेंदबाज टिम साउथी ने कहा, "बेईमानी करने पर यही होता है."
अश्विन ने दिया जवाब
अश्विन ने सिलसिलेवार ट्वीट करके साफ तौर पर कहा कि अगर दोबारा गेंद बल्लेबाज से टकराकर जाएगी तो वह फिर रन लेंगे. उन्होंने कहा, "मैंने फील्डर का थ्रो देखा और रन भागना चाहा. उस समय मैंने नहीं देखा था कि गेंद ऋषभ पंत को लगी है. अगर देखा होता तो भी भागता क्योंकि नियमों में यह मान्य है. मोर्गन के अनुसार मैंने नियमों का पालन नहीं किया, लेकिन यह गलत है."
उन्होंने आगे कहा, "मैने लड़ाई नहीं की बल्कि अपना बचाव किया. मेरे शिक्षकों और माता पिता ने मुझे यही सिखाया है और अपने बच्चों को भी आप खुद के लिए खड़े होना सिखाइये. मोर्गन और साउथी अपने अनुसार नियम बनाते हैं कि क्या सही है और क्या गलत. उन्हें दूसरों को नैतिकता का पाठ पढाने और अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल का हक नहीं है."
अश्विन ने आगे कहा, "मैं इससे ज्यादा हैरान इस बात से हूं कि लोग इस पर बहस कर रहे हैं और यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि कौन अच्छा है और कौन बुरा. मैं सिर्फ इतना समझता हूं कि मैदान पर अपना सब कुछ दे दो और नियमों के भीतर खेलो. इसके बाद खेल खत्म होने पर हाथ मिला लो और यही खेल भावना मेरी समझ में आती है."
बता दें कि 2019 विश्व कप फाइनल में भी बेन स्टोक्स के बल्ले से टकराकर गेंद गई थी तो इंग्लैंड को चार रन मिले थे जिसे अंपायरों ने ओवरथ्रो करार दिया था और इंग्लैंड ने यह मैच जीता था.