IPL New Rules: IPL 2023 इस बार तीन नए नियमों के चलते काफी कुछ बदला हुआ नजर आने वाला है. इस बार टीमें टॉस के बाद प्लेइंग-11 सिलेक्ट कर सकेंगी, डीआरएस का दायरा भी बढ़ा हुआ रहेगा और सबसे अहम चीज़ यह कि टीमें इम्पैक्ट प्लेयर का यूज़ कर सकेंगी. यह तीनों नियम ऐसे हैं जिनसे IPL मैचों की रोचकता में इजाफा होगा. इन तीनों नियमों को लेकर BCCI ने सभी फ्रेंचाइजियों को मेल भेज दिया है.
1. टॉस के बाद प्लेइंग-11 का सिलेक्शन
अब तक हमेशा क्रिकेट में ऐसा होता आया है कि टॉस से पहले ही टीमों को प्लेइंग-11 चुननी होती है लेकिन इस बार IPL में टीमें टॉस के बाद प्लेइंग-11 शेयर कर सकेंगे. हाल ही में हुई SA20 में यह नियम लागू किया गया था. इस नियम के तहत दोनों टीमों के कप्तान के पास दो शीट रहेंगी. एक शीट में पहले बल्लेबाजी करने की स्थिति में प्लेइंग-11 के नाम होंगे और दूसरी शीट में पहले गेंदबाजी करने की स्थिति में प्लेइंग-11 के नाम होंगे. इन दोनों शीट में 5-5 सब्स्टिट्यूट के नाम भी लिखे होंगे, जो बतौर इम्पैक्ट प्लेयर यूज़ हो सकेंगे. टॉस के बाद दोनों कप्तान अपनी-अपनी प्लेइंग-11 एक्सचेंज करेंगे.
2. DRS का दायरा बढ़ेगा
इस बार IPL में टीमें अंपायर द्वारा वाइड और नो बॉल से जुड़े फैसलों पर भी DRS ले सकेंगी. पहले केवल आउट या नॉट आउट के फैसलों पर DRS लिया जाता था. अब अगर किसी बल्लेबाज को लगता है कि गेंद वाइड या नो-बॉल थी और अंपायर ने बॉल को वैध माना है तो बल्लेबाज अंपायर के फैसले को चैलेंज कर सकता है. ठीक इसी तरह अगर गेंदबाजी करने वाली टीम को लगता है कि गेंद वाइड या नो-बॉल नहीं थी लेकिन अंपायर ने गेंद को अमान्य कर दिया है तो गेंदबाजी वाली टीम भी अंपायर के फैसले को चैलेंज कर सकेगी. हालांकि टीमों को प्रति पारी मिलने वाले DRS की संख्या में कोई इजाफा नहीं हुआ है. यानी उपलब्ध DRS से ही टीमों को वाइड और नो-बॉल से जुड़े फैसलों पर DRS लेने की रिस्क लेनी होगी.
3. इम्पैक्ट प्लेयर
यह IPL के इस सीजन का गेम चेंजर नियम साबित हो सकता है. इस नियम के तहत टीमें बीच मैच में अपने किसी एक खिलाड़ी को अन्य खिलाड़ी से रिप्लेस कर सकती है. एक मैच में एक टीम को एक ही इम्पैक्ट प्लेयर लाने की छूट होगी. टॉस के वक्त कप्तान प्लेइंग-11 के अतिरिक्त 5 सब्स्टिट्यूट खिलाड़ियों के नाम देंगे और इन्हीं में से एक खिलाड़ी को कप्तान बतौर इम्पैक्ट प्लेयर यूज़ कर सकेगा. इम्पैक्ट प्लेयर को मैदान पर लाने के लिए कप्तान को या तो फील्ड अंपायर या फोर्थ अंपायर को इसकी जानकारी देनी होगी.
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